भारत एवं श्रीलंका ने एक दूसरे के सुरक्षा एवं रणनीतिक हितों की रक्षा के लिए वचनबद्धता व्यक्त करते हुए सोमवार को अपनी द्विपक्षीय साझीदारी में निवेश आधारित विकास, कनेक्टिविटी एवं आपसी व्यापार बढ़ाने पर सहमति जताई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारत यात्रा पर यहां आए श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के बीच यहां हैदराबाद हाउस में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में उक्त सहमति बनी। बैठक दोनों देशों के बीच क्षमता निर्माण एवं आपसी सहयोग के दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।
बैठक में श्रीलंका ने तमिलनाडु के मछुआरों की समस्या के समाधान के लिए मानवीय रुख अपनाने के भारत के रुख का समर्थन किया और एक सर्वमान्य हल निकलने तक भारतीय मछुआरों द्वारा विवादित क्षेत्र में भारी मशीनों से मछली पकड़ने पर रोक लगाने का अनुरोध किया। भारत ने तमिलों की आकांक्षाओं को पूरा किये जाने की अपेक्षा व्यक्त की।
बैठक के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मोदी ने राष्ट्रपति दिसानायक का भारत में हार्दिक स्वागत करते हुए कहा, ‘हमें ख़्ाुशी है कि राष्ट्रपति के रूप में अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए आपने भारत चुना है। आज की इस यात्रा से हमारे संबंधों में नई गति और ऊर्जा का सृजन हो रहा है।
हमने अपनी साझीदारी के लिए एक भविष्योन्मुखी विजन अपनाया है। हमने अपनी आर्थिक साझीदारी में निवेश आधारित विकास और कनेक्टिविटी पर बल दिया है और, निर्णय लिया है कि भौतिक, डिजिटल और ऊर्जा कनेक्टिविटी हमारी भागीदारी के अहम स्तंभ होंगे।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच विद्युत ग्रिड कनेक्टिविटी और बहु उत्पाद पेट्रोलियम पाइपलाइन स्थापित करने पर काम किया जायेगा। सामपुर सौर ऊर्जा परियोजना को गति दी जायेगी। साथ ही, श्रीलंका के बिजली संयाोंं के लिए द्रवीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) की आपूर्ति की जाएगी।
द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए, दोनों पक्ष ‘एकता’ को जल्द संपन्न करने का प्रयास करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने अब तक श्रीलंका को पांच अरब डॉलर के किफायती ऋण एवं अनुदान सहायता प्रदान की है।
श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने कहा ‘श्रीलंका के राष्ट्रपति बनने के बाद, यह मेरी पहली विदेश यात्रा है। मैं बहुत खुश हूं कि मैं अपनी पहली राजकीय यात्रा पर दिल्ली आ सका। मैं इसके लिए भारत को धन्यवाद देना चाहता हूं मुझे निमंतण्रदिया गया और मेरे सहित पूरे प्रतिनिधिमंडल को दिए गए गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुमरू को धन्यवाद देना चाहता हूं।
इस यात्रा ने दोनों देशों के बीच सहयोग को और विकसित करने का मार्ग प्रशस्त किया। दिसानायके ने कहा, ‘सामाजिक सुरक्षा और टिकाऊ विकास वे आधारशिलाएं हैं जिनके आधार पर हमारे देशों की जनता ने हम दोनों को सत्ता में चुना है।