क्या आपको पता है? भारत के कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का जितना बजट एक वित्तीय वर्ष का होता है उससे कहीं अधिक बजट राम की जन्मभूमि अयोध्या का है। अब आप अंदाजा लगाइए आने वाले दिनों में अयोध्या की तस्वीर किस तरह बदलने वाली है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें गोवा का बजट 26844 करोड़, मणिपुर का बजट 35022 करोड़, मेघालय का बजट 22022 करोड़, मिजोरम का बजट 14209 करोड़, नागालैंड का बजट 23086 करोड़, त्रिपुरा का बजट 26892 करोड़, हिमाचल प्रदेश 53413 करोड़ है। जबकि अयोध्या के विकास के लिए 57136.21 करोड़ की धनराशि आवंटित की गई है। जिसमें से 48716. 94 करोड़ केंद्र सरकार की तरफ से तो वहीं 8419.27 करोड रुपए राज्य सरकार की तरफ से आवंटित किए गए हैं। यही नहीं अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह की माने तो कई हजार करोड़ रुपए स्वीकृत होने अभी बाकी है।
अब यह भी जान लीजिए कि अयोध्या में कौन-कौन सी बड़ी परियोजना चल रही है। अयोध्या धाम में भव्य रेलवे स्टेशन का निर्माण हो रहा है। जिसके प्रथम चरण में 240.89 करोड़ और दूसरे चरण में 484 करोड़ रुपए की लागत आ रही है। इसके अलावा अयोध्या रूट की सभी रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण किया जा रहा है जिस पर कुल 469.88 करोड रुपए का खर्चा आ रहा है। इसी के साथ अयोध्या पुराने रेलवे स्टेशनों के नवनिर्माण पर लगभग 140 करोड रुपए खर्च हो रहे हैं।
37394.55 करोड़ रुपए की धनराशि अयोध्या को अन्य धार्मिक स्थलों से मार्ग द्वारा कनेक्टिविटी के लिए खर्च किए जा रहे हैं। इसी में अयोध्या रिंग रोड का निर्माण और सड़कों और पंचकोसी और 14 कोसी मार्ग का चौड़ीकरण भी शामिल है। इसके अलावा अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट और मेडिकल कॉलेज की क्षमता विस्तार और आधुनिकता का काम भी हो रहा है। अब आप समझ रहे होंगे कि अयोध्या का कायाकल्प कैसे हो रहा है और किस तरह अयोध्या की तस्वीर बदलने वाली है।