लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले चार दिनों में हो रही बारिश से मौसम एकदम बदल गया है। इस बेमौसम बरसात ने लोगों की परेशानियां काफी बढ़ा दी है। बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है, जिससे किसानों के चेहरों पर मायूसी छा गई है। दरअसल किसानों की तैयार होने की कगार पर खड़ी सरसों, गेहूं, अरहर और केला की फसल पर आसमान से बरसी आफत ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी। बारिश से हुए इस नुकसान को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल राहत देने का निर्देश दिया है।
बता दें कि प्रदेश में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। किसानों की फसलों पक कर कटने के लिए तैयार थी, लेकिन अचानक ओलावृष्टि के साथ बारिश हो गई, जिससे किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। ओले भी गिरने से फसलें बर्बाद हुईं। गेहूं और सरसों पर तो सबसे ज्यादा इस मौसम का प्रभाव पड़ा है। आलू की फसल की पिटाई हो रही थी, उसका भी भारी नुकसान हुआ, खेतों में पानी भर गया। वहीं, मौसम विभाग के मुताबिक अभी प्रदेश में ऐसा ही मौसम रहेगा।
बारिश से बर्बाद हुई फसलों से परेशान किसानों को केंद्र सरकार आपदा राहत कोष से मुआवजा देगी। किसानों के दावे के मुताबिक विभिन्न जिलों में गेहूं, सरसों, चना व अरहर की फसल में 10 से 45 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। इसी तरह आम के बौर को भी नुकसान हुआ है। किसान कह रहे हैं कि बर्बाद हुई कुछ फसल भले बच जाए, लेकिन दाने कमजोर हो जाएंगे। जहां खेत में पानी भर गया है, वहां नुकसान ज्यादा है। वहीं, वाराणसी में गेहूं 40-45 प्रतिशत, सरसों 20-25 प्रतिशत, अरहर की 15 प्रतिशत तक फसल प्रभावित हुई। गाजीपुर में गेहूं की फसल 15 प्रतिशत, सरसों पांच और मसूर की 5 प्रतिशत फसल बर्बाद हुई है। किसानों के अनुसार 40 प्रतिशत फसल को नुकसान है। मऊ में 66 मिमी बारिश से गेहूं को 35 प्रतिशत, सरसों को 10 और चना को 15 प्रतिशत नुकसान है। ऐसे ही प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
सीएम योगी ने प्रदेश में फसलों को हुए नुकसान का आकलन कराकर किसानों को तत्काल राहत देने का निर्देश दिया है। बिगड़े मौसम से जनहानि व पशुहानि के लिए भी मुआवजा देने के लिए कहा है। उन्होंने अधिकारियों को फील्ड में रहकर स्थिति पर नज़र रखने और नुकसान की भरपाई करने को कहा है। उन्होंने राहत आयुक्त को फील्ड में सर्वे कराने और समस्याओं का तत्काल निपटारा करने का निर्देश दिया है। वहीं प्रमुख सचिव नगर विकास को विशेष तौर पर नगरीय क्षेत्रों में जलभराव की समस्या का निस्तारण करने के लिए कहा है। साथ ही सीएम ने बारिश व ओले गिरने के कारण हुई जनहानि, पशुहानि और मकानों को हुए नुकसान के लिए भी पीड़ित परिवारों को राहत राशि देने का निर्देश दिया है।