केंद्रीय शिक्षा,कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जटनी में नेशनल स्किल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (NSTI) प्लस की नींव रखी। इस अवसर पर प्रधान ने कहा ये एनएसटीआई प्लस कैंपस एक अत्याधुनिक गुरुकुल होगा जो युवाओं को अत्याधुनिक कौशल और ज्ञान प्रदान करके उन्हें और सशक्त बनाएगा।
मंत्री धमेंद्र प्रधान ने कहा कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) का टॉप ऑरगनाइजेशन कैंडीडेट के साथ-साथ ट्रेनीज को इंडस्ट्री और भविष्य के लिए स्किल से लैस करने के लिए एक आधुनिक गुरुकुल के रूप में उभरेगा।
उन्होंने कहा स्किल सेन्टर ट्रेनर ट्रेनिंग स्कीम (सीआईटीएस) के फेस I में 500 ट्रेनीज को ट्रेन्ड करेगा और आगे स्किल बढ़ाने और पुनः स्किल बढ़ाने के लिए 500 अन्य ट्रेनीज को शामिल करेगा।
प्रधान ने कहा भारत की युवा शक्ति को सशक्त बनाने और 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक अहम कदम है। उन्होंने कहा यहां युवाओं को 21 सदीं को में उत्कृष्ठता प्रदान करने के लिए आवश्यक प्रोफेशनल स्किल पर ट्रेनिंग दी जाएगी।
इसके अलावा संस्थान उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करेगा और मास्टर ट्रेनीज को वर्तमान और भविष्य की इंडस्ट्री की डिमांड के अनुसार एक्सपर्टीज से लैस करेगा। एनएसटीआई प्लस 90 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 7.8 एकड़ के परिसर में बनेगा।
मंत्री धमेंद्र प्रधान ने कहा कि राज्य में 1,04,134 सीटों की क्षमता वाली 524 आईटीआई हैं और 4.5 करोड़ आबादी में से लगभग 2.5 करोड़ की उम्र 15 से 59 साल के बीच है। एनएसटीआई प्लस जैसे लचीले शिक्षण मॉडल वाले संस्थान राज्य को अपने युवाओं की क्षमता का दोहन करने के अलावा प्रशिक्षकों के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण ढांचे को अधिक सुलभ, समावेशी और नवीन बनाने में सक्षम बनाएंगे।