उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में ऑनलाइन गेमिंग के जरिए करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले शातिर ठग पीयूष मित्तल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस को पीयूष मित्तल के घर से 12 करोड़ रुपए की कीमत के 18 बैनामे मिले हैं, जिनमें आवासीय मकान और कृषि भूमि के दस्तावेज शामिल हैं। अब एसपी ने उसकी संपत्ति की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) को पत्र भेजा है, ताकि उसकी पूरी कुंडली खुल सके।
महाकाल और रानी तिवारी के नाम से चलाए थे 2 बैटिंग एप
मिली जानकारी के मुताबिक, पीयूष मित्तल ने ऑनलाइन बैटिंग एप के जरिए लोगों के परिवारों को बर्बाद कर दिया था। महाकाल और रानी तिवारी के नाम से उसने दो बैटिंग एप चलाए थे, जिनके माध्यम से वह करोड़ों रुपए कमाता था। वह अपने एजेंट्स को कमीशन भी देता था, और अपने काम को फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर प्रचार करता था।
पुलिस ने कई बैंकों के खातों के बारे में हासिल की जानकारी
पुलिस ने पीयूष मित्तल से कई बैंकों के खातों के बारे में जानकारी हासिल की है। उसकी पहचान दस अलग-अलग बैंकों में खाते संचालित करने वाले व्यक्ति के रूप में हुई है, जिनमें स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और केनरा बैंक शामिल हैं। पुलिस अब इन खातों की जांच कर रही है कि उनमें कितनी रकम जमा है और वह कहां से आई है।
आयकर विभाग और राज्य कर विभाग को भी इस मामले में किया गया शामिल
आयकर विभाग और राज्य कर विभाग को भी इस मामले में शामिल किया गया है। पुलिस ने दोनों विभागों को सूचना दी है ताकि वह पीयूष के खिलाफ कार्रवाई करें और पता करें कि उसने कितनी आयकर चोरी की है। इसके अलावा, राज्य कर विभाग यह जांच करेगा कि उसने किस तरह से अपनी फर्म बनाई और उसका पंजीकरण कहां हुआ था।
पुलिस ने मोबाइल और लैपटॉप से जुटाए कई अहम सबूत
पुलिस ने पीयूष मित्तल के मोबाइल और लैपटॉप से कई अहम सबूत जुटाए हैं। अब पुलिस यह पता कर रही है कि पीयूष और उसके एजेंट्स के खातों में कितने लोग पैसे डालते थे और उन लोगों की सूची तैयार की जा रही है, जो इसके जाल में फंसे थे। पीयूष मित्तल का ऑनलाइन गेमिंग धंधा हाथरस शहर के कई परिवारों के लिए तबाही का कारण बन चुका है। कई लोगों ने इसके कारण अपना घर, संपत्ति और जेवरात तक बेच दिए। हालांकि, अब पीयूष पुलिस की गिरफ्त में है, और उसे बचाने के लिए कई सफेदपोश लोग कोशिश कर रहे थे, लेकिन वे नाकाम हो गए।
एक साइबर और बैंक एक्सपर्ट के रूप में बनाई थी अपनी पहचान
पीयूष मित्तल ने एक साइबर और बैंक एक्सपर्ट के रूप में अपनी पहचान बनाई थी। वह बीकॉम करने के बाद ऑनलाइन गेमिंग को अपना मुख्य व्यवसाय बना चुका था। उसने अपने ग्राहकों को लुभाने के लिए कई वेबसाइट बनाई थीं और उनकी मदद से लोगों को जोड़ता था। ग्राहक पहले एक हजार रुपये देकर खाता खुलवाते थे और फिर आईडी और पासवर्ड मिलते थे, जिसके बाद वह गेमिंग एप पर खेल सकते थे।
पीयूष के खिलाफ अभी भी जुटाए जा रहे हैं कई साक्ष्य
पीयूष ने कई शहरों में अपने एजेंट्स बना रखे थे, जिनका काम था ग्राहकों को आकर्षित करना। एजेंट्स को इस काम के बदले अच्छा कमीशन मिलता था। इस प्रक्रिया के जरिए पीयूष मित्तल ने अपना कारोबार बढ़ाया और लाखों रुपये कमाए। लेकिन अब पुलिस के शिकंजे में आ चुका है और उसकी पूरी जालसाजी की जांच की जा रही है। अभी भी पीयूष के खिलाफ कई साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं, और पुलिस का कहना है कि उसकी जांच जल्द ही पूरी होगी।