कांग्रेस ने शुक्रवार को पूछा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भीड़ द्वारा दो महिलाओं को सार्वजनिक रूप से निर्वस्त्र कर घुमाए जाने की भयावह घटना के बारे में पता नहीं था।
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने पूछा, ”अमित शाह तीन दिनों तक मणिपुर में रहे और उन्होंने दावा किया कि उन्होंने सभी समूहों से मुलाकात की। तो ऐसा कैसे हो सकता है कि उन्हें किसी ने नहीं बताया कि राज्य में क्या हो रहा है? उन्हें कैसे पता नहीं चला कि महिलाओं के साथ मणिपुर में क्या किया जा रहा है।”
राज्यसभा में कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, ‘खुफिया एजेंसी क्या कर रही थी? मुख्यमंत्री अब कहते हैं कि ऐसी सैकड़ों घटनाएं हुईं। क्या उस समय उन्होंने इन घटनाओं को अमित शाह से छुपाया था? राज्यपाल चुप क्यों थे?”
बता दें कि अमित शाह 29 मई 2023 को मणिपुर पहुंचे और 2 जून तक वहीं रहे। महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने की घटना 04 मई 2023 की है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ”अगर अमित शाह को इसके बारे में पता होता, तो उन्होंने प्रधानमंत्री को जानकारी दी होती, जिन्होंने गुरुवार को ही सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो पर हैरानी व्यक्त की है। क्या शाह ने इसे देश से छुपाया? सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस भयावहता पर स्वत संज्ञान लेने के बाद ही पीएम मोदी ने इसके बारे में क्यों बोला?”
उन्होंने कहा कि ऐसा हो ही नहीं सकता है कि मुख्यमंत्री को पता नहीं था कि क्या हुआ क्योंकि 18 मई को औपचारिक एफआईआर दर्ज की गई थी। रिपोर्टों से पता चलता है कि राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) को घटना के बारे में पता था लेकिन उन्होंने इसे सार्वजनिक नहीं करने या शिकायतों पर कार्रवाई शुरू करने का फैसला नहीं किया।