तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने दावा किया है कि आगामी लोकसभा चुनाव में दक्षिण भारत फिर से भाजपा को करारा झटका देगा। मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में स्टालिन ने कहा कि भाजपा नेतृत्व उत्तर में होने वाले संभावित नुकसान की भरपाई के लिए दक्षिण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने कर्नाटक और तेलंगाना विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत की सराहना की और कहा है कि तमिलनाडु में तथाकथित भगवा लहर मात्र एक कल्पना है।
स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु हमेशा की तरह एक धर्मनिरपेक्ष गढ़ बना रहेगा। दक्षिण भारत के लोग इस बार भी भाजपा को करारी शिकस्त देंगे। उन्होंने कहा कि वास्तविकता यह है कि भाजपा का प्रभाव उत्तर भारत में भी कम हो रहा है। भारत में हर परिवार किसी न किसी तरह से जनविरोधी मोदी सरकार से प्रभावित हुआ है।
समाज के सभी वर्ग मुख्य रूप से गरीब, किसान, व्यापारिक समुदाय, गृहिणियां, छात्र, मछुआरे और युवा पिछले 10 वर्षों से भाजपा के कुशासन का दर्द सह रहे हैं। मुद्रास्फीति और बेरोजगारी के अभूतपूर्व स्तर के कारण मोदी सरकार का धोखा उजागर हो गया है। डी.एम.के. के हिंदू विरोधी होने के भाजपा के आरोपों पर स्टालिन ने कहा कि यह अपनी 10 साल की विफलता से ध्यान भटकाने के लिए विपक्ष पर लांछन लगाने की एक रणनीति है। स्टालिन ने कहा कि हम सभी धर्मों के लोगों के हितों की रक्षा और सांप्रदायिक सद्भाव के लिए प्रतिबद्ध हैं।