उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को भाजपा ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति बैठक में कहा कि विपक्ष द्वारा फैलाए गए झूठ के कारण इस बार हमारी सीटें कम हो गईं। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास में कई बार हमने गलती की है, लेकिन यह याद रखना चाहिए कि चुनाव पार्टी लड़ती है और जीतती भी पार्टी ही है। केशव ने 2014 और 2017 का उदाहरण देते हुए कहा कि उस समय भाजपा की सरकार नहीं थी, फिर भी पार्टी ने जीत दर्ज की। उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ सरकार के बल पर चुनाव नहीं जीता जा सकता।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि 2024 के चुनाव को भूलकर अब 2027 के चुनाव पर ध्यान केंद्रित करें, और 2017 के रिकार्ड को तोड़ने के लक्ष्य के साथ अपने जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में जुट जाएं। उन्होंने जोर देकर कहा कि संगठन और सरकार एक दूसरे के पूरक हैं, और जब दोनों साथ मिलकर काम करते हैं तो प्रगति तेज होती है। केशव ने यह भी कहा कि मीडिया और सोशल मीडिया पर चल रही खबरों पर ध्यान न दें, क्योंकि भाजपा में वही होता है जो होना चाहिए, न कि जो सोशल मीडिया में दिखाया जाता है।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव को मौका मिलते ही वह उन पर निशाना साधते हैं, क्योंकि उन्हें ओबीसी और एससी समुदाय के नेताओं को सहन करना मुश्किल होता है। केशव ने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि भाजपा में आपके भविष्य की गारंटी है। यदि अभी तक पार्टी की नजर आप पर नहीं पड़ी है, तो निरंतर प्रयास करते रहें।
उन्होंने बताया कि देश के 15 राज्यों में भाजपा या उसके सहयोगियों की सरकार है, और इनमें से 75 से 80 प्रतिशत मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री ऐसे हैं, जिन्हें पहले से नहीं पता था कि वे इस पद पर होंगे। लेकिन नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना पूरे देश को पहले से ही पता था।