शामली। मेरठ- करनाल हाईवे के 89 रेलवे फाटक पर उपरिगामी पुल निर्माण पर 150 करोड़ से ज्यादा की लागत आने की उम्मींद है। उत्तर प्रदेश सेतु निगम रेलवे को भेजे गए शामली चीनी मिल की भूमि खरीद के एस्टीमेट पर अपनी एनओसी जारी करेगी। उत्तर रेलवे की ओर से एनओसी जारी होने के बाद निगम संयुक्त एस्टीमेट को उत्तर प्रदेश सेतु निगम लखनऊ को भेजेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामली के मेरठ-करनाल हाईवे के 89 रेलवे फाटक समेत देश भर के उपरिगामी पुलों का शिलान्यास कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश सेतु निगम ने मेरठ करनाल हाईवे के 89 रेलवे फाटक पर उपरिगामी पुल निर्माण के लिए सर्विसलेन के लिए चार हजार वर्ग मीटर भूमि का एस्टीमेट उत्तर रेलवे नई दिल्ली को भेजा था। उत्तर रेलवे नई दिल्ली की ओर से अधिशासी अभियंता शिवकुमार ने बताया कि अगले सप्ताह मेरठ-करनाल 89 रेलवे फाटक पर उपरिगामी पुल की सर्विस लेन की भूमि खरीद की एनओसी जारी कर दी जाएगी।
उपरिगामी पुल की सर्विस लेन के लिए भूमि की धनराशि लोकनिर्माण विभाग उत्तर प्रदेश शासन जारी करेगा। उत्तर प्रदेश सेतु निगम के सहायक अभियंता तेज प्रताप गुप्ता ने बताया कि लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड की टीम द्वारा शामली चीनी मिल की ओर से सर्विस लेन की भूमि का मूल्यांकन रिपोर्ट मंगाई जाएगी। बाद में डीएम रविंद्र सिंह के साथ उपरिगामी पुल के मामले में बैठक की जाएगी। उत्तर प्रदेश सेतु निगम के अधिशासी अभियंता सतेंद्र सिंह ने बताया कि मेरठ- करनाल हाईवे 89 रेलवे फाटक का उपरिगामी पुल, सर्विस लेन अंडर पास, बिजली खंभे समेत नाला निर्माण का संयुक्त एस्टीमेट उत्तर प्रदेश सेतु निगम लखनऊ को भेजा जाएगा। पूरे प्रोजेक्ट पर 150 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान लगाया है।