समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी में 65 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। उन्होंने 15 सीटें गठबंधन को देने को कहा है। गठबंधन न होने की सूरत में 80 सीटों पर सपा अकेले चुनाव लड़ने को तैयार है।
सपा के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने बताया कि बुधवार को सपा राज्य कार्यकारिणी की बैठक में वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर मंथन हुआ।
जिसमें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बताया कि सपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा है। साथ ही यूपी का सबसे बड़ा दल है। विधानसभा चुनाव में 35 प्रतिशत वोट शेयर प्राप्त किया है, इसीलिए, 80 में से 65 लोकसभा सीटों पर सपा चुनाव लड़ेगी। 15 सीटें दूसरे दलों को देने का काम करेगी। अगर सपा गठबंधन में नहीं जाएगी तो वह भाजपा को 80 सीटों पर हराने का काम करेगी।
अखिलेश यादव ने राज्य कार्यकारिणी की बैठक में कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए पूरी तैयारी के साथ अभी से जुट जाएं। यह चुनाव आगे आने वाली पीढ़ी के भविष्य को भी तय करेगा। देश में लोकतंत्र और संविधान बचाने का यह अंतिम चुनाव होगा। समाजवादी पीडीए भाजपा के एनडीए को सत्ता से हटाएगा। भाजपा इस चुनाव में समाजवादी पीडीए के सामने कहीं टिक नहीं सकेगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा समाजवादी पार्टी के विकास कार्यों और पार्टी के बहादुर और कर्मठ कार्यकर्ताओं के मुकाबले कहीं नहीं टिक पाएगी। भाजपा सरकार शासन प्रशासन का दुरुपयोग कर चुनाव प्रभावित करने की कोशिश करेगी।
इनके पास गिनाने या दिखाने को अपना कोई काम नहीं है। 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सत्ता का दुरूपयोग कर समाजवादी पार्टी को हराने का काम किया था। बैठक में शिवपाल सिंह यादव और सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव समेत तमाम बड़े नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे।