जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि ईरान में पढ़ाई कर रहे केंद्र शासित प्रदेश के छात्रों को आर्मेनिया ले जाया जा रहा है, जहां से उन्हें वापस लाया जाएगा।
अब्दुल्ला ने कहा, मैं विदेश मंत्रालय के साथ नियमित संपर्क में हूं, मैंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की और उन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि सबसे पहले छात्रों को एक योजना के तहत उन क्षेत्रों से निकाला जाएगा जहां अधिक खतरा है, खासकर तेहरान और इस्फहान से।
उन्होंने बताया कि शुरू में योजना थी कि छात्रों को कम खतरे वाले क्षेत्र क़ुम ले जाया जाए, लेकिन ईरान में हवाईअड्डे और बंदरगाह बंद होने के कारण अब उन्हें भूमि मार्ग से आर्मेनिया ले जाया जा रहा है, जहां से उन्हें भारत लाया जाएगा।