यह जानकारी आज यहां प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि प्रसिद्ध महादेवा मंदिर लखनऊ व बाराबंकी के करीब है। भारी संख्या में श्रद्धालु विभिन्न अवसरों पर मंदिर के दर्शन एवं पूजन के लिए आते रहते हैं। पर्यटन विभाग अब इस झील को ईको पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए तैयार है। यहां पहले से बागवानी है, इसके पास से पाथवे बनाया जाएगा।
ईको पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होने के बाद भगहर झील के भ्रमण करने वालों की संख्या बढ़ जाएगी। राज्य सरकार ईको पर्यटन को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। इसके लिए ईको पर्यटन विकास बोर्ड का गठन भी किया गया है। राज्य सरकार प्रदेश में स्थित अल्पज्ञात स्थलों को चिन्हित कर पर्यटन के लिए उपयोगी बना रही है। कानून व्यवस्था में अमूल चूल सुधार और आवागमन के सर्वोत्तम साधन विकसित हो जाने से पर्यटन सेक्टर में निवेश के लिए निवेशक रुचि जाहिर कर रहे हैं। इस क्षेत्र में रोजगार तथा आमदनी दोनों है। इसका अधिकतम दोहन करने के लिए राज्य सरकार पर्यटन स्थलों पर अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर जोर दे रही है।