समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देश में बढ़ती महंगाई के लिये सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जिम्मेदार ठहराते हुए बुधवार को कहा कि भाजपा सरकार द्वारा उद्योगपतियों के 16 लाख करोड़ रुपये माफ करने और उनकी कंपनियो से चुनावी बॉण्ड की आड़ में ‘वसूली’ किये जाने की वजह से देश को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। यादव ने इटावा में आयोजित इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ जिस तरीके से चुनावी बॉण्ड का खुलासा हुआ है… चंदा पांच-दस रुपये, एक हजार रुपये, 10 हजार रुपये हो सकता है। बहुत संपन्न है तो एक या दो लाख रुपए चंदा दे देगा लेकिन कोई भी एक हजार करोड़ रुपये, 600 करोड़ या 500 करोड़ चंदा नहीं देगा।”
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ भाजपा के लोगों ने जो चंदा लिया, इसे चंदा कहना ही गलत है। भाजपा ने वसूली की है और शायद इतनी वसूली इतिहास में किसी और ने नहीं की होगी।” सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ‘‘ भाजपा ने जो पैसा इकट्ठा किया था, वह उद्योगपतियों का माफ कर दिया है। भाजपा अब तक उद्योगपतियों के 16 लाख करोड़ रुपये माफ कर चुकी है।” उन्होंने कहा, ‘‘ बड़े-बड़े ताकतवर लोग, जिन्होंने इनका (भाजपा) साथ दिया उनका कर्ज माफ कर दिया गया। उनमें से कई का कर्ज ही नहीं माफ किया बल्कि उन्हें बैंकों से और कर्ज दिलवाया और उन्हीं कंपनियों से चंदा ले लिया। उसका परिणाम यह है कि आज हमें महंगाई के सामना करना पड़ रहा है।” उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ जो बात खुलकर आई है वह यह है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और आयकर विभाग ने यह पूरा का पूरा पैसा वसूला है। हमें और आपको जिससे वैक्सीन लगवाई थी भाजपावालों ने उस कंपनी को भी नहीं छोड़ा। उससे भी चंदा वसूल लिया।”
यादव ने कहा, ‘‘ पहले चरण का जो मतदान हुआ है उससे ‘इंडिया’ का भविष्य दिखाई दे रहा है और भाजपा बहुत जल्द इतिहास बनने जा रही है। उसका झूठ सब लोग समझ चुके हैं। भाजपा के नेताओं ने अभी तक जो भी भाषण दिए हैं और अपने घोषणापत्र में जो भी बातें रखी हैं, वे सब झूठ हैं।” उन्होंने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा, ‘‘ लोकसभा चुनाव की लड़ाई बहुत बड़ी है। इस बार अगर हम चूक गए तो हो सकता है हमारा-आपका वोट डालने का अधिकार भी छिन जाए। यह सरकार ऐसी है कि लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है। हमारे संविधान को बदलना चाहती है।” सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ याद रखें कि संविधान ही हमें नागरिक अधिकार दिलवा रहा है, हमें हर चीज की गारंटी दे रहा है, हमें खुशहाली के रास्ते पर ले जा रहा है। संविधान है तो हमारा मान और सम्मान रहेगा।” यादव ने भाजपा नेताओं के बयानों पर तंज करते हुए कहा, ‘‘ यह चुनाव गर्मियों में हो रहा है और जब से चुनाव शुरू हुआ है लगातार गर्मी बढ़ती जा रही है। कुछ दिन बाद तो आंधी आने लगेगी। ऐसा समय आएगा कि हर दिन शाम को आंधी ही दिखाई देगी।” उन्होंने कहा, ‘‘ राजनीतिक लोग अब तक समझ चुके होंगे कि पहले चरण के चुनाव के बाद पश्चिम (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) से जो हवा चल रही है वह इस बार भाजपा का पूरा सफाया करने जा रही है। भाजपा नेताओं के भाषण में इसके रुझान दिखने लगे हैं।”
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ जिस तरीके से पहले चरण के बाद भाजपा नेताओं की भाषा बदली है और उनके जो बयान छपे हैं, उन्होंने पहले ही रुझान दे दिया है कि इस बार किसान, गरीब, नौजवान और अल्पसंख्यक भाई सब मिलकर भाजपा के खिलाफ खड़े हैं। पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) परिवार ने राजग-राजग चिल्ला रहे लोगों के होश उड़ा दिए हैं।” यादव ने भाजपा सरकार पर स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें जानबूझकर लागू नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘ अगर इस आयोग की सिफारिशें लागू हो जातीं तो किसान खुशहाल हो जाता लेकिन सरकार ने ऐसा कभी होने नहीं दिया और जानबूझकर चुनाव से पहले किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न का पुरस्कार दे दिया, सिर्फ इसलिए कि वह किसानों को गुमराह कर सके और उनका वोट ले सके।” उन्होंने प्रदेश में सपा को सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत हासिल होने की उम्मीद जताते हुए कहा, ‘‘ हमें खुशी है इस बात की कि इस बार पीडीए परिवार बढ़ा है। जिस तरीके से हम लोगों ने जोड़ने की कोशिश की है उसका परिणाम यह है कि हो सकता है अभी तक का सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत समाजवादी पार्टी के पास हो और परिस्थितियों बनीं तो हो सकता है की सबसे ज्यादा सीटें भी समाजवादी पार्टी ही जीतेगी।”