इजराइली सेना ने गुरुवार को कहा कि गाजा में इजरायली सेना ने हमास के शीर्ष नेता याह्या सिनवार को मार गिराया है, जो पिछले साल इजराइल पर हुए हमले के मुख्य साजिशकर्ता थे, जिसके कारण युद्ध छिड़ गया।

सिनवार पिछले साल इजराइल पर हमले का मुख्य साजिशकर्ता था, जिसके बाद हमास-इजराइल के बीच भीषण जंग शुरू हुई। सिनवार इजराइल-हमास युद्ध की शुरुआत से ही इजराइल की ओर से जारी सर्वाधिक वांछित लोगों की सूची में सबसे ऊपर था, और उसकी हत्या से आतंकवादी समूह को एक बड़ा झटका लगा है। हमास की ओर से सिनवार की मौत की फिलहाल कोई पुष्टि नहीं की गई।

इजराइल की सेना ने डीएनए और अन्य जांच के बाद सिनवार की मौत की पुष्टि की। सेना ने बताया कि सिनवार का शव बुधवार को गाजा में सैन्य अभियान के दौरान मारे गए तीन आतंकवादियों में शामिल था।

इजराइल के विदेश मंत्री कैट्ज ने सिनवार के मारे जाने को ‘‘इजराइली सेना के लिए एक सैन्य और नैतिक उपलब्धि’’ बताया। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘सिनवार की हत्या से बंधकों को तुरंत रिहा कराए जाने का मार्ग प्रशस्त होगा।

सिनवार सात अक्टूबर, 2023 को इजराइल पर हमास के हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था और इजराइल ने गाजा में अपने जवाबी अभियान की शुरुआत से ही उसे खत्म करने का संकल्प ले रखा था। पूरे युद्ध के दौरान, सिनवार सार्वजनिक रूप से कभी सामने नहीं आया।

सिनवार वर्षों से गाजा पट्टी के अंदर हमास का शीर्ष नेता रहा, जो इसकी सैन्य शाखा का गठन करते हुए इससे निकटता से जुड़ा हुआ था।

इजराइल के एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि सिनवार किसी योजनाबद्ध लक्षित हवाई हमले में नहीं, बल्कि जमीनी लड़ाई में मारा गया।

इजराइली न्यूज साइट ‘एन12’ की खबर के मुताबिक सिनवार बुधवार को हुई लड़ाई में मारा गया। खबर में कहा गया कि सैनिकों ने एक इमारत में आतंकवादियों के एक समूह का पीछा किया, फिर टैंक से हमला किया, जिससे इमारत ढह गई। जब सैनिकों ने शव बाहर निकाले, तो उन्होंने देखा कि उनमें से एक सिनवार जैसा दिख रहा था।

सिनवार 1980 के दशक के अंत से 2011 तक इजराइल की कैद में था और इस दौरान उसका मस्तिष्क कैंसर का उपचार हुआ, जिससे इजराइली अधिकारियों के पास उसका व्यापक चिकित्सा रिकॉर्ड पहुंच गया।

जुलाई में ईरान की राजधानी तेहरान में इजराइल के हमले में इस्माइल हानिया की हत्या के बाद सिनवार को समूह के शीर्ष नेता के रूप में चुना गया था। इजराइल ने हमास की सैन्य शाखा के प्रमुख मोहम्मद दीफ को भी हवाई हमले में मारने का दावा किया है, लेकिन समूह ने कहा है कि वह बच गया।

इजराइली सेना ने उत्तरी गाजा के जबालिया शरणार्थी शिविर पर एक सप्ताह से अधिक समय से हवाई और जमीनी हमला जारी रखा है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक विस्थापित फलस्तीनी शरणार्थियों ने जिस स्कूल में शरण ले रखी थी, वहां इजराइल के हवाई हमले में कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई।

गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय की स्थानीय आपातकालीन इकाई के प्रमुख फरेस अबू हमजा ने कहा कि हमलों में दर्जनों लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि कमाल अदवान अस्पताल में घायलों को भर्ती कराया गया है।

इजराइल की सेना ने कहा कि उसने स्कूल के अंदर हमास और इस्लामिक जिहाद द्वारा संचालित कमांड सेंटर को निशाना बनाया, जहां आतंकी छिपे हुए थे।

इजराइल ने गाजा में विस्थापित लोगों को शरण देने वाले अस्थाई शिविरों और स्कूलों पर कई बार हमले किए हैं। इजराइली सेना का कहना है कि वह आतंकवादियों को निशाना बनाती है और नागरिकों को नुकसान पहुंचाने से बचने का प्रयास करती है।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights