बिहार में पूर्वी चंपारण के पताही थाना में पदस्थापित दरोगा को रिश्वत लेने के आरोप में पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने निलंबित कर दिया है।
“इंस्पेक्टर को भी हिस्सा देना होगा, इसलिए…”
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जिले के पताही थाना क्षेत्र के जिहुली गांव निवासी अभय कुमार की पत्नी खुशबू कुमारी ने चार लोगों के विरूद्ध छेड़खानी, मारपीट और जेवर लूटने की प्रथमिकी पताही थाना में दर्ज कराई थी। इस मामले की जांच का जिम्मा दरोगा अखिलेश सिंह को सौंपा गया था, लेकिन न्याय दिलाने के बजाए उसने महिला से दस हजार रुपए रिश्वत की मांग की। महिला ने अपनी गरीबी की दुहाई देकर पांच हजार रुपये देने की बात मानी, लेकिन दारोगा को इतनी रकम स्वीकार्य नहीं थी। दरोगा ने कहा कि इंस्पेक्टर को भी हिस्सा देना होगा, इसलिए कम में काम नहीं होगा। पीड़िता हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाती रही, लेकिन दारोगा नहीं माना।
SP ने निलंबित कर FIR दर्ज करने का दिया आदेश
सूत्रों ने बताया कि इस रिश्वतखोरी का वीडियो किसी ने बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो (Viral Video) सामने आते ही पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने पकड़ीदयाल एएसपी मोहिबूल अंसारी से जांच कराई, जिसमें मामला सही पाया गया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने तत्काल करते हुए दारोगा को निलंबित कर उसके विरूद्ध पताही थाना में ही प्रथमिकी (FIR) दर्ज करने का आदेश दिया है।