उच्चतम न्यायालय के दिग्गज वकील फली एस नरीमन का बुधवार को निधन हो गया। वह 95 साल के थे। इंदिरा गांधी सरकार के समय नरीमन को देश का एडिशन सॉलिसिटर जनरल (ASG) बनाया गया था। नरीमन ने वकालत की शुरुआत 1950 में बंबई उच्च न्यायालय से की थी। 1961 में उन्हें वरिष्ठ वकील के तौर पर नामित किया गया। इसके बाद वह 70 साल तक कानूनविद के रूप में काम करते रहे। उन्हें जनवरी 1991 में पद्म भूषण और 2007 में पद्म विभूषण सम्मान से सम्मानित किया गया।
नरीमन के निधन पर वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है कि वे एक लिविंग लीजेंड थे, जिन्हें कानून और सार्वजनिक जीवन से जुड़े लोग हमेशा याद करेंगे। अपनी उपलब्धियों के अलावा, वह अपने सिद्धांतों पर अटल रहे। सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर उन्हें श्रद्धांजली लिखा है कि-‘ वह कहते थे कि इंसानों की गलती पर हॉर्स ट्रेडिंग वाक्य का इस्तेमाल घोड़ों का अपमान है, जो बहुत वफादार जानवर हैं। वह इतिहास के गूढ़ रहस्य खोज निकालते थे और बोलते समय अपनी बुद्धि से उन्हें अतुलनीय ढंग से जोड़ते थे.’
कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने भी उनके निधन पर श्रद्धांजलि देते हुए भारत का महान सपूत बताया। सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा है कि,’नरीमन न केवल हमारे देश के सबसे महान वकीलों में से एक थे, बल्कि वह बेहतरीन इंसान भी थे। वह सबके लिए एक महान व्यक्ति की तरह खड़े रहते थे। उनके बिना कोर्ट के गलियारे कभी पहले जैसे नहीं रहेंगे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे’