विपक्षी इंडिया गठबंधन ने रविवार को कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय मंजिल’ मेगा रैली से लोकसभा चुनाव के लिए अपना एजेंडा सेट किया। आम चुनाव की घोषणा के एक दिन बाद यहां खचाखच भरे शिवाजी पार्क में गठबंधन नेताओं ने ‘भाजपा छोड़ो’ का नया नारा दिया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो सिर्फ एक मुखौटा हैं। इंडिया गठबंधन की पहली बड़ी रैली में महिलाओं और युवाओं की संख्या भी अच्छी खासी रही। गठबंधन के सभी प्रमुख दलों के नेताओं ने एक-दूसरे के हाथ में हाथ डालकर एकजुटता का संदेश देते हुए भाजपा को पराजित करने का संकल्प लिया।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव रैली में शामिल नहीं हो सके, लेकिन महाराष्ट्र के कार्यकर्ता रैली में पहुंचे। अखिलेश ने राहुल को पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो जैसी यात्रा बिरले लोग ही करते हैं। इसी तरह ईडी के सम्मन के चलते आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल नहीं पहुंचे, लेकिन उनकी जगह सौरभ भारद्वाज ने रैली को संबोधित किया।
डीएमके के एमके स्टालिन, आरजेडी के तेजस्वी यादव, जेएमएम की कल्पना सोरेन व झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, नेशनल कांफ्रेस के फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी की महबूबा मुफ्ती, सीपीआइ (एमएल) के दीपांकर भट्टाचार्य, आप नेता सौरभ भारद्वाज, प्रकाश अंबेडकर, आईयूएमएल केरल के सादिक अली और वीसीके नेता तिरुमावलवन ने रैली को संबोधित किया।
दादर स्थित शिवाजी पार्क में मेगा रैली में उमड़ी भीड़ के चलते आसपास की सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रही। हालांकि रविवार के चलते आम दिनों के मुकाबले ट्रैफिक कम था।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के समापन पर आयोजित इस मेगा रैली पर सबकी निगाह टिकी हुई थी। देशभर से कांग्रेसी नेता इसमें शामिल होने पहुंचे। एनसीपी शरद पवार व शिवसेना उद्धव की भागीदारी भी देखने को मिली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के कटआउट लगे थे। झंडे और बैनर एनसीपी शरद पवार, शिवसेना उद्धव ठाकरे, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, सीपीएम समेत अन्य दलों के दिखाई दिए। ऐसा पहली बार हुआ है, जबकि कांग्रेस की रैली में केसरिया झंडे दिखे हैं। अधिकांश दलों के नेताओं ने अपने भाषणों में राहुल को आगे कर एक तरह से अपना नेता भी मान लिया है।
राहुल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिए बिना कहा कि राजा की आत्मा ईवीएम, ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआइ में है। इसी शक्ति के दम पर वो नेताओं को डराकर भाजपा में शामिल करा रहे हैं। राहुल ने विपक्षी एकजुटता बताते हुए कहा कि उनकी यात्रा में सिर्फ वो नहीं चले हैं, बल्कि इसमें पूरा विपक्ष और उसके नेता चले हैं। उन्होंने ओबीसी, एससी, एसटी और अल्पसंख्यकों की भागीदारी का मुद्दा उठाते हुए कहा, ‘मैंने सिस्टम को अंदर से देखा है, इसलिए मोदी जी मुझसे डरते हैं। मुझसे कुछ नहीं छिप सकता।’ राहुल ने कहा कि महज नरेंद्र मोदी मुखौटा है। जैसे बॉलीवुड के एक्टर-एक्ट्रेस है। उनसे कुछ करने को कहा जाता है, वैसे ही मोदी हैं। उनकी 56 इंच की छाती नहीं है, खोखला व्यक्ति है। मैं सिस्टम को अंदर से जानता हूं, इसलिए वो मुझसे डरते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरने ने कहा कि भाजपा तो देश का संविधान बदलने की तैयारी कर रही है। अगर संविधान बदल गया तो फिर से देश में गुलामी आ जाएगी। एक बार फिर नरेंद्र मोदी की सरकार बनी तो आगे से चुनाव नहीं होंगे। मोदी की गारंटी चंद लोगों के लिए है। मोदी को लगता है कि आजादी हमें 2014 में ही मिली है, इसलिए उनकी गिनती वहीं से शुरू होती है। पंडित नेहरू, बाबासाहेब आंबेडकर जी ने देश के लिए क्या किया, देश की आजादी और एकता के लिए कितने नेताओं ने लड़ाई लड़ी- वो भूल जाते हैं।
– राहुल गांधी ने कहा कि भगवान राम, महात्मा बुद्ध और गांधी जी ने भी मोहब्बत की दुकान खोलने की बात कही है।
‘भारत छोड़ो’ की तर्ज पर ‘भाजपा छोड़ो’
एनसीपी शरदचंद्र पवार के चीफ शरद पवार ने कहा कि महात्मा गांधी ने इसी शहर से अंग्रेजों के लिए भारत छोड़ो का नारा दिया था। आज हम भी भाजपा से मुक्ति का नारा देते हैं।
….तो बड़े से बड़े तानाशाह का भी अंत-ठाकरे
शिवसेना उद्धव के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा के एक सांसद के संविधान बदलने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हम संविधान बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। तानाशाह कितना भी बड़ा हो, जनता एकजुट हो उसका अंत हो जाता है।