गुरुग्राम के पटौदी में शराब ना मिलने पर गुस्साए शख्स और उसके दोस्तों ने शराब स्टोर को आग के हवाले कर दिया। इतना ही नहीं रोकने आए सेल्समैन को पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस ने इस मामले में 39 साल के आरोपी को गिरफ्तार किया है। सेल्समैन वशिष्ठ प्रसाद चंद्रा, जिसे 14 जून को पीटा गया था, उसने एक निजी अस्पताल में जिंदगी और मौत की लंबी लड़ाई लड़ने के बाद गुरुवार को दम तोड़ दिया।
पुलिस ने कहा कि हेम सिंह और उसके साथी दौलताबाद कुनी-तेलपुर रोड पर एक दुकान के बाहर अपनी एसयूवी में शराब पी रहे थे, जब उनकी शराब खत्म हो गई। उन्होंने चंद्रा से शराब की दूसरी बोतल मांगी, लेकिन उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी क्योंकि रात के 2.30 बज रहे थे और स्टोर बंद हो चुका था। पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकेन ने कहा, ‘सिंह और उसके दोस्त इतने गुस्से में थे कि उन्होंने दुकान के पास पड़ी कुछ घास उठाई और परिसर में आग लगा दी। जब सेल्समैन बाहर आया और हस्तक्षेप किया, तो उन्होंने उस पर भी हमला कर दिया। उन्होंने उस पर लात-घूंसों की बारिश कर दी और जब वह गंभीर रूप से घायल हो गया तो वहां से भाग गए।’
पुलिस में शिकायत दर्ज कराने वाले शराब दुकान प्रबंधक सोनू कुमार ने कहा कि घटना देर रात करीब 2.30 बजे हुई। उन्होंने कहा, ‘वे सेल्समैन पर चिल्लाते रहे और शराब की बोतल मांगने के लिए दुकान का नंबर भी डायल किया। लेकिन चूंकि बहुत रात हो चुकी थी, इसलिए किसी ने उन्हें जवाब नहीं दिया। कुछ और बार कोशिश करने के बाद, उन्होंने अंततः आउटलेट पर आग लगा दी। जब चंद्रा ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने उसे बुरी तरह पीटा।’
पटौदी पुलिस स्टेशन में संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। गुरुवार को चंद्रा की मौत के बाद एफआईआर में धारा 302 (हत्या) जोड़ दी गई। बोकेन ने कहा, ‘हमने मुख्य आरोपी हेम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। हमने उसके सहयोगियों की भी पहचान कर ली है। जल्द ही उन्हें भी पकड़ लिया जाएगा।’ वहीं पिछले हफ्ते, मानेसर में एक शराब दुकान के बाहर दो लोगों द्वारा की गई फायरिंग में एक ग्राहक की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए थे।