पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भट्टो जरदारी भारत से लौट चुके हैं। गोवा में आयोजित SCO सम्मेलन में भाग लेने आए बिलावल शुक्रवार रात वापस पाकिस्तान पहुंचे। पाकिस्तान पहुंचते ही बिलावल भुट्टो ने फिर से भारत के खिलाफ जहर उगला है। उन्होंने मुस्लिम, आतंकवाद को लेकर बीजेपी, आरएसएस और भारत पर हमला बोला है। SCO सम्मेलन में भाग लेने के बाद वापस पाकिस्तान लौटते ही बिलावल भुट्टो ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ‘BJP और RSS दुनिया में मुस्लिमों और हर पाकिस्तानी को आतंकी साबित करना चाहते हैं। हमारी यह यात्रा इस दावे को खारिज कर रही है।’ उन्होंने यह भी कहा कि भारत और खास तौर पर बीजेपी इसके लिए एक प्रोपेगेंडा चला रही है।
बिलावल भुट्टो ने अपनी भारत यात्रा को सफल बताया। मालूम हो कि एससीओ समिट में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद के मसले को उठाया था। उन्होंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री पर हमला करते हुए उन्हें सीधे तौर पर आतंकवाद का प्रवक्ता बता दिया था। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद जयशंकर ने कहा, ‘आतंकवाद के पीड़ित उनके साथ बैठ कर आतंकवाद पर चर्चा नहीं करते।’
साथ ही बिलावल भुट्टो की भारत यात्रा पर विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा था, ‘भुट्टो एससीओ सदस्य देश के विदेश मंत्री के तौर पर आए। यह बहुपक्षीय कूटनीति का हिस्सा है और हम इससे ज्यादा कुछ नहीं देखते हैं। विदेश मंत्री जयशंकर के सख्त बयानों पर बिलावल भुट्टो ने कहा कि मैं समझता हूं कि यह बयान भारत की इनसिक्योरिटी है। वह जो झूठा प्रचार कर रहे हैं, हम वहां जाकर उस मिथक को तोड़ते हैं।
हालांकि एससीओ समिट के दौरान भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच कोई भी द्विपक्षीय बातचीत नहीं हुई थी। बिलावल भुट्टो ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से हाथ न मिलाने से जुड़े विवाद पर भी सफाई दी। दरअसल एस जयशंकर ने बिलावल से हाथ नहीं मिलाया बल्कि हाथ जोड़ कर अभिवादन किया।
इस पर बिलावल भुट्टो ने कहा कि जिस तरह वह मुझसे मिले ठीक इसी तरह हम सिंध और मुल्तान में अभिवादन करते हैं। मेरे लिए तो यह खुशी का मौका था कि हम इस तरह मिल रहे हैं। इसमें हमें शिकायत जैसा कुछ नहीं लगा। बिलावल ने आगे कहा कि बाद में हम डिनर या अन्य जगहों पर मिले तो हमने हाथ मिलाया।
बिलावल भुट्टो ने आगे कहा कि हम सभ्य लोग हैं, एक दूसरे को देखते ही लड़ाई नहीं शुरू कर देते। मालूम हो कि बिलावल भुट्टो के रूप में पाकिस्तान के विदेश मंत्री 12 साल बाद भारत यात्रा पर आए थे। इससे पहले हीना रब्बानी खार भारत के दौरे पर आई थीं।
#WATCH | “As a Foreign Minister of an SCO member state, Mr Bhutto Zardari was treated accordingly. As a promoter, justifier and spokesperson of a terrorism industry which is the mainstay of Pakistan, his positions were called out and countered including at the SCO meeting… pic.twitter.com/9cLckxLML9
— ANI (@ANI) May 5, 2023