महाराष्ट्र के पालघर में जयपुर-मुंबई ट्रेन (12956) में हुई गोलीबारी में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक ASI समेत चार लोगों की मौत हो गई। यह ट्रेन गुजरात से मुंबई आ रही थी। गोली चलाने वाले आरोपी की पहचान RPF के कॉन्स्टेबल चेतन कुमार चौधरी के तौर पर हुई है।
आरपीएफ के कॉन्स्टेबल चेतन ने पहले एएसआई को गोली मारी और फिर अन्य तीन यात्रियों पर फायरिंग कर दी। जिसमें चारों की मौत हो गई थी। आरोपी कॉन्स्टेबल चेतन फायरिंग के बाद चलती ट्रेन से कूद गया था। हालांकि उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
अधिकारी ने कहा कि आरपीएफ कॉन्स्टेबल चेतन ने अपने हथियार से गोली चलाई थी, जिसमें आरपीएफ एएसआई और ट्रेन के तीन अन्य यात्रियों की मौत हो गई। जब ये हादसा हुआ, ट्रेन पालघर मुंबई से लगभग 100 किमी दूर था।
अधिकारी ने बताया कि चेतन कुमार चौधरी ने चलती ट्रेन में अपने एस्कॉर्ट ड्यूटी प्रभारी एएसआई टीका राम मीना पर गोली चला दी। अधिकारी ने बताया कि अपने सीनियर की हत्या करने के बाद कांस्टेबल दूसरी बोगी में गया और तीन यात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी।
आखिर RPF कॉन्स्टेबल चेतन ने क्यों उठाया ये कदम…?
सरकारी रेलवे पुलिस और आरपीएफ अधिकारियों की मदद से कांस्टेबल को मीरा रोड पर पुलिस ने पकड़ लिया है। इसके बाद सवाल ये उठता है कि आखिर कॉन्स्टेबल चेतन कुमार चौधरी ने इस कदम को क्यों उठाया…?
देश को झकझोर देने वाली इस हिंसक घटना के कुछ ही घंटों बाद अपराध के पीछे के मकसद का खुलासा हो गया है।
जांच टीम के मुताबिक, आरपीएफ जवान चेतन हाल ही में गुजरात से मुंबई ट्रांसफर होने से नाराज था और मानसिक रूप से परेशान था।
नई पोस्टिंग से चेतन पिछले काफी वक्त से परेशान चल रहा था क्योंकि इससे उनके परिवार में दिक्कतें पैदा हो गई थीं। माना जा रहा कि मानसिक तनाव और गुस्सा इस हमले के पीछे की वजह है।
Visuals from inside the Jaipur-Mumbai Central Express Train (12956) in which a Railway Protection Force (RPF) jawan allegedly shot dead four people. The accused has been arrested. pic.twitter.com/AYPXJZDWt5
— Press Trust of India (@PTI_News) July 31, 2023
शुरुआती जानकारी के मुताबिक यह घटना सोमवार 31 जुलाई सुबह 5.23 बजे जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन (12956) के B5 कोच में हुई है।
अधिकारियों ने कहा, ”ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ कॉन्स्टेबल चेतन ने सबसे पहले एस्कॉर्ट प्रभारी एएसआई टीका राम पर गोली चलाई। ट्रेन उस वक्त बोरीवली पहुंच गई थी। कॉन्स्टेबल ने अपने सहयोगी को गोली मारने के बाद, शुरू में यात्रियों को बंदूक की नोक पर रखा। जिसके बाद उसने तीन अन्य यात्रियों को भी गोली मार दी। उसके बाद अलार्म चेन पुलिंग के बाद कॉन्स्टेबल दहिसर के पास उतर गया और भागने की कोशिश की। लेकिन उसे गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही गोली चलाने वाले हथियार को भी जब्त कर लिया गया है।”