बिहार में सुपर 30 के संस्थापक और गणितज्ञ आनंद कुमार को यूएई ने गोल्डन वीजा दिया है। इसके साथ ही वह गोल्डन वीजा पाने वाले बड़ी हस्तियों में शुमार हो गए हैं। गोल्डन वीजा रखने वाले व्यक्ति को यूएई में स्वतंत्र रूप से काम, आवास और अध्ययन करने की छूट मिलती है। यह वीजा विज्ञान, ज्ञान, संस्कृति और कला के व्यक्तियों को दिया जाता है। यह वीजा मिलने के बाद दस साल तक यूएई में रहा जा सकता है।
गणित के शिक्षक आनंद कुमार कोचिंग संस्थान ‘सुपर 30’ के संस्थापक हैं। यह संस्थान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों की प्रवेश परीक्षा के लिए वंचित छात्रों को कोचिंग देने के लिए जाना जाता है। आनंद कुमार को टाइम पत्रिका की सर्वश्रेष्ठ एशिया 2010 की सूची में नामित किया गया था। इन्हें 2023 में उन्हें साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया जा चुका है।
गोल्डन वीजा होगा उन्हें आम वीजाधारकों की तुलना में कई अतिरिक्त सुविधाएं मिलेंगी। गोल्डन वीजाधारक तीन कर्मचारियों को स्पॉन्सर भी कर सकेंगे। इसके अलावा वह अपनी कंपनी के किसी वरिष्ठ कर्मचारी को रेसीडेंसी वीजा भी दिलवा सकेंगे।