अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे को लेकर एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। एअर इंडिया का वह विमान, जो हाल ही में एक बड़ी दुर्घटना का शिकार हुआ, करीब 12 साल पुराना था। इस विमान के दाहिने इंजन की हाल ही में मरम्मत की गई थी और इसे मात्र तीन महीने पहले, यानी मार्च 2025 में ही बदला गया था। यह विमान अहमदाबाद से कनाडा के लिए उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान में 12 क्रू मेंबर्स सहित कुल 242 यात्री सवार थे। दुखद रूप से, इस हादसे में एक यात्री को छोड़कर सभी 241 लोगों की मौत हो गई।
रखरखाव और बीमा कवर में बदलाव
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एअर इंडिया के इस विमान की जून 2023 में विस्तृत रखरखाव जांच की गई थी, और इसकी अगली जांच दिसंबर में निर्धारित की गई थी। हादसे से पहले, अप्रैल में एअर इंडिया ने अपने बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमानों के लिए बीमा कवर को 750 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 850 करोड़ रुपये कर दिया था। यह बदलाव भी अब जांच का एक अहम पहलू बन गया है।
दुर्घटना का भयावह दृश्य और एकमात्र जीवित बचे
अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद, विमान संख्या AI 171 मेघानी नगर में एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत से जा टकराया। इस भीषण टक्कर से 241 यात्रियों सहित लगभग 270 लोगों की जान चली गई। हादसे में एकमात्र भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार ही जीवित बच पाए हैं, जो इस त्रासदी की भयावहता को दर्शाता है। विमान के जमीन पर गिरते ही जोरदार धमाका हुआ और भयंकर आग लग गई। हादसे के बाद विमान के मलबे से निकाले गए शव बुरी तरह जल चुके थे, जिसके कारण उनकी पहचान डीएनए मिलान के बाद की जा रही है। इस दुर्घटना में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी अपनी जान गंवा दी।
जांच कमेटी का गठन और नई दिशानिर्देश
अहमदाबाद हादसे के बाद, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एअर इंडिया के बोइंग ड्रीमलाइनर विमानों के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं और ऐसे सभी विमानों की गहन जांच के आदेश दिए हैं। इसके अतिरिक्त, केंद्र सरकार ने हादसे की जांच के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया है, जो तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
एअर इंडिया ने एक बयान में कहा कि वह डीजीसीए के दिशानिर्देशों पर सुरक्षा जांच पूरी करने की प्रक्रिया में है। यह जांच बोइंग 787 बेड़े पर की जा रही है, जैसे ही वे भारत लौट रहे हैं, उसके बाद उन्हें अगले ऑपरेशन के लिए मंजूरी दी जाएगी। एअर इंडिया ने अपने नौ बोइंग 787 विमानों पर ऐसी जांच पूरी कर ली है और डीजीसीए द्वारा दी गई समय-सीमा के भीतर बाकी 24 विमानों के लिए भी यह प्रक्रिया पूरी करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।