12 जून को अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है. एयर इंडिया का बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 विमान अहमदाबाद से लंदन के लिए टेकऑफ के कुछ ही देर बाद एयरपोर्ट के पास एक मेडिकल हॉस्टल से जा टकराया. इस दर्दनाक हादसे में कुल 279 लोगों की जान चली गई है. विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई, और जिस मेडिकल हॉस्टल से विमान की टक्कर हुई, उसमें रहने वाले 38 लोगों ने भी अपनी जान गंवा दी. विमान में सवार केवल एक शख्स ही इस हादसे में ज़िंदा बचा है, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस भयावह विमान हादसे की गहन जांच शुरू हो गई है, और दुनियाभर के एक्सपर्ट्स भी इस पर अपनी राय दे रहे हैं.
क्या लैंडिंग गियर की जगह खींचे गए विंग फ्लैप्स?
इस हादसे के संभावित कारणों को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं. कमर्शियल एयरलाइन पायलट और यूट्यूबर कैप्टन स्टीव ने अहमदाबाद विमान हादसे पर अपनी राय दी है, जो काफी अहम मानी जा रही है. स्टीव, जो अक्सर विमान दुर्घटनाओं का विश्लेषण करते हैं, का मानना है कि एयर इंडिया का जो विमान क्रैश हुआ, उसमें इस बात की संभावना है कि विमान के सह-पायलट ने लैंडिंग गियर की बजाय विमान के विंग फ्लैप्स को खींच लिया, जिससे विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
कैप्टन स्टीव का तर्क है कि जब सह-पायलट को ‘लैंडिंग गियर वापस खींचने’ के लिए कहा गया होगा, तो कॉकपिट में एक गलती हो गई होगी. शायद पायलट ने जब ‘गियर अप’ कहा, तो सह-पायलट ने गलती से लैंडिंग गियर के बजाय विंग फ्लैप्स को ऊपर उठा दिया होगा.
विंग फ्लैप्स का रोल और दुर्घटना में उनका प्रभाव
स्टीव ने समझाया कि विंग फ्लैप्स विमान को ऊपर उठाने और कम गति पर उड़ान भरने में मदद करते हैं. जब ये फ्लैप्स ऊपर उठते हैं, तो विमान की उड़ान की गति और ऊंचाई में तेज़ी से कमी आती है. यदि टेकऑफ के महत्वपूर्ण चरण में विंग फ्लैप्स को गलती से ऊपर उठा दिया जाए, तो विमान को नियंत्रित करना बेहद मुश्किल हो जाता है. उनकी राय में, विंग फ्लैप्स को खींचना ही विमान के ऊपर न उठ पाने और दुर्घटनाग्रस्त होने की वजह हो सकती है.
इस दुर्घटना की विस्तृत जांच चल रही है और ब्लैक बॉक्स डेटा (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) से ही हादसे के वास्तविक कारणों का पता चल पाएगा.