असम में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन उल्फा (आई) के दावे के बाद पुलिस अलर्ट हो गई है। उल्फा (आई) ने गुरूवार को राज्य में सिलसिलेवार 24 बम लगाने का दावा किया था।
असम पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन उल्फा (आई) के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में ‘आईईडी जैसे उपकरण’ लगाने, उनका निर्माण करने और उन्हें लाने-ले जाने में शामिल लोगों की पहचान के वास्ते विश्वसनीय सूचना देने वालों को पांच लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
पुलिस ने मामले को हल करने का भरोसा जताया है और इसकी जांच का जिम्मा विभिन्न अधिकारियों तथा इकाइयों को सौंपा है।
यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (इंडिपेंडेंट) ने बृहस्पतिवार को ‘पीटीआई’ समेत विभिन्न मीडिया संगठनों को भेजे ई-मेल में 24 बम लगाने का दावा किया था और एक सूची भेजी थी, जिसमें उसने 19 बम के सटीक स्थानों की पहचान तस्वीरों के साथ की थी, लेकिन शेष पांच के बारे में नहीं बताया था।
उल्फा ने कहा था कि विस्फोट बृहस्पतिवार को सुबह छह बजे से दोपहर के बीच होने थे, लेकिन ‘तकनीकी विफलता’ के कारण बम नहीं फट सका, इसलिए उसने विस्फोटकों को निष्क्रिय करने के लिए जनता से सहयोग मांगा।
गुवाहाटी में शुक्रवार को ‘आईईडी’ जैसे दो उपकरणों के बरामद होने के बाद प्रदेश में पिछले 24 घंटे में जब्त ऐसे उपकरणों की कुल संख्या 10 हो गई थी।
अधिकारियों ने बताया था कि लखीमपुर पुलिस ने पूछताछ के लिए एक नाबालिग को हिरासत में लिया है, जबकि विस्फोटकों का पता लगाने के लिए विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया। जिन जगहों पर तलाशी ली जा रही है, उनमें संगठन के पूर्व स्वयंभू महासचिव अनूप चेतिया का तिनसुकिया जिले के पानीटोला स्थित आवास भी शामिल है। चेतिया ने पिछले साल सरकार के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जी पी सिंह ने गुवाहाटी पुलिस के साथ स्थिति की समीक्षा करने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘हमने गुवाहाटी शहर, विशेष शाखा, सीआईडी और अन्य विभाग के अपने अधिकारियों के साथ चर्चा की। यह चर्चा की गई कि किस तरह की जांच की जाए, कैसी कार्ययोजना तैयार की जाए और कौन-सी एजेंसियां किस तरह से मदद करेंगी, जिसके आधार पर अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गईं।’’
सिंह के अनुसार, गुवाहाटी में चार मामले दर्ज किए गए हैं और जांच अधिकारी विशेष जांच दल (एसआईटी) के साथ समन्वय करेंगे, जो शहर के पुलिस आयुक्त के साथ स्थिति पर नजर रखेगा।
डीजीपी ने बताया कि अन्य जिलों में इन मामलों की जांच के लिए गठित एसआईटी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) के नेतृत्व में काम करेगी।
इनाम की घोषणा करते हुए सिंह ने कहा, ‘‘ये ‘आईईडी जैसे उपकरण’ किसने बनाए, कौन इन्हें लेकर आया और किसने इन्हें लगाया, ऐसी कोई भी विश्वसनीय सूचना देने पर हम पांच लाख रुपये तक का इनाम देंगे।’’
सिंह ने कहा कि राज्य पुलिस इस घटना में शामिल लोगों का पता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।
उल्फा (आई) ने गुवाहाटी के अलावा शिवसागर, लखीमपुर, नगांव, नलबाड़ी, डिब्रूगढ़, तमुलपुर, तिनसुकिया और गोलाघाट में बम लगाने का दावा किया था।