संसद के मानसून सत्र के आखिरी हफ्ते में मणिपुर हिंसा को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में आए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की जा रही है। आज बुधवार को बहस का (9 अगस्त) दूसरा दिन है। कल यानी सोमवार को लोकसभा में जोरदार बहस हुई। आज भी विपक्ष मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र सरकार को सदन में घेरने की पूरी तैयारी में है। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष के वार पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज पलटवार करेंगे। वहीं, सरकार की ओर से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और महिला बाल विकास और अल्पसंख्यक मंत्री स्मृति ईरानी जवाब देंगी।
लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने जानकारी दी है कि राहुल गांधी आज सदन में बोलेंगे। कांग्रेस नेता के अनुसार राहुल आज हमारी तरफ से (सदन में) 12 बजे बोलना शुरू करेंगे। इससे पहले खबरे आ रही थी कि राहुल के बोलने पर सस्पेंस है।
विपक्षी गठबंधन INDIA की ओर से केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत 8 अगस्त को हुई थी। पहले दिन कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने इसकी शुरुआत की थी। पहले दिन 6 घंटे तक सदन में पक्ष-विपक्ष के सांसदों ने जोरदार तरीके से चर्चा में हिस्सा लिया। वहीं, सांसदी बहाल होने पर सोमवार (7 अगस्त) से संसद लौटे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को डिबेट में नहीं बोले थे।
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने बताया कि कांग्रेस की ओर से अविश्वास प्रस्ताव पर वक्ताओं के लिए राहुल गांधी, रेवंत रेड्डी और हेबी ईडन के नाम दिए गए हैं। हालांकि, क्रम में बदलाव हो सकता है। राहुल गांधी आज राजस्थान के दौरे पर जा रहे हैं। वे 3 बजे एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि राहुल राजस्थान रवाना होने से पहले चर्चा में हिस्सा ले सकते हैं।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मणिपुर के मुद्दे पर पीएम मोदी की चुप्पी पर हमला बोला। इस बीच राहुल गांधी के बयान की मांग की गई। वहीं, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी को लेकर तंज कसा। बीजेपी सांसद ने कहा कि सोनिया गांधी का बहुत सम्मान करता हूं। सोनिया गांधी एक भारतीय नारी की तरह काम कर रही हैं। उनके दो काम हैं- बेटे को सेट करना है और दामाद को भेंट करना है। इसके अलावा नेशनल हेराल्ड का मुद्दा भी उठाया गया। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव को लाने की टाइमिंग और गलत तरीके से उसे पेश करने को लेकर विपक्ष बाद में पछताएगा।
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए 2 दिनों में कुल 12 घंटे का समय अलॉट किया गया है। इसमें 29 मिनट YSRCP, 24 मिनट शिवसेना, 21 मिनट जेडीयू, 12 मिनट बीएसपी, 8 मिनट एलजेएसपी को दिया गया है। बाकी के एनडीए समर्थक दलों और निर्दलीय सांसदों को 17 मिनट मिलेंगे। इसमें एआईडीएमके, आजसू, एमएनएफ, एनपीपी, एसकेएम जैसे दल हैं। सपा, एनसीपी, सीपीआई, टीडीपी, जेडीएस, शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी जैसे दलों को मिलाकर 52 मिनट समय दिया गया है।