अलीगढ़ में भाजपा में निकाय चुनाव के लिए टिकट वितरण को लेकर उठी विद्रोह की आग निगम निगम क्षेत्र से बाहर निकलकर देहात में नगर पालिका व नगर पंचायत तक पहुंच गई है। छर्रा में पाचं बार चुनाव लड़ तीन बार जीत दर्ज कराने वाले पुराने पदाधिकारी ने टिकट वितरण से नाराज होकर पुत्रवधू को ही निर्दलीय मैदान में उतार दिया है। वहीं खैर में दो बार पालिका सदस्य बने दिव्यांग कार्यकर्ता ने निर्दलीय ताल ठोंक दी है। मंगलवार को जिलाध्यक्ष से लेकर क्षेत्रीय विधायक तक रूठों को मनाने में जुटे रहे।
छर्रा नगर के नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर तीन बार के विजेता हरिश्चंद्र गुप्ता ने पार्टी टिकट का आवेदन किया था। इस बार टिकट यतेंद्र गुप्ता उर्फ लालू महाजन की पत्नी सपना गुप्ता को मिली। टिकट की घोषणा होते ही हरिश्चंद्र के समर्थकों में भारी गुस्सा फूट पड़ा। पार्टी के पुराने पदाधिकारी हरीशचंद्र ने बगावत करते हुए अपनी पुत्रबधु अनीता गुप्ता पत्नी सचिन गुप्ता को निर्दलीय ही मैदान में उतार दिया। बगावत शांत करने को जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह,छर्रा विधायक रवेंद्रपाल सिंह व उमेश सिंह पूर्व अध्यक्ष हरिश्चंद्र के आवास पर पंहूचे। जहां करीब एक घंटे तक बंद कमरे में बातचीत चली।
बैठक में कोई निर्णय नहीं हो सका जिलाध्यक्ष व एमएलसी, ऋषिपाल सिंह ने कहा कि हरीशचंद्र गुप्ता पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं। पांच बार चुनाव लड़कर तीन बार जीत दर्ज कराई है। कुछ नाराजगी है, उससे जल्द ही दुर कर लिया जाएगा।
निकाय चुनाव में नामांकन पत्रों की जांच के बाद मंगलवार को 38 नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए। जिसमें एक पर्चा निर्दलीय मेयर प्रत्याशी का भी शामिल है। अब 18 नगरीय निकायों में कुल 347 पदों के लिए 1841 उम्मीदवार मैदान में हैं। सोमवार को नामांकन प्रक्रिया के आखिरी दिन जनपद में 1875 प्रत्याशियों ने पर्चे भरे थे। जिसमें मेयर पद के लिए 16 प्रत्याशी थे। पार्षद के लिए 511, नगर पालिका अध्यक्ष के लिए 34, नगर पालिका सदस्य के लिए 229,नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए 213 व नगर पंचायत सदस्य के लिए 872 नामांकन हुए थे। मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच शुरू हुई। जिसमें सबसे अधिक नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर हुए नामांकनों में से अध्यक्ष के लिए 16, नगर पालिका में अध्यक्ष पद के लिए चार और निगम क्षेत्र के वार्ड प्रत्याशियों में 15 नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए। एक नामांकन पत्र मेयर पद की निर्दलीय प्रत्याशी नईमा बेगम का निरस्त हुआ।