उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री CM योगी आदित्यनाथ आज अयोध्या में हैं। यहां वह सबसे पहले हनुमानगढ़ी पहुंचे, जहां उन्होंने हनुमान जी की आरती उतारी। इसके बाद वह राम मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने रामलला का आशीर्वाद लिया। इसके बाद सीएम योगी प्रसिद्ध पीठ अशर्फी भवन पहुंचे, जहां उन्होंने जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्रीधराचार्य महाराज के सानिध्य में चल रही पंचनारायण महायज्ञ में आहुति दी।
सीएम योगी आदित्यनाथ के आफिशियल अकाउंट से पोस्ट कर कुछ तस्वीरें साझा की गईं हैं और लिखा, “सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी की पावन जन्मस्थली अयोध्या में श्री हनुमान गढ़ी एवं श्री रामलला के दर्शन-पूजन कर समस्त नागरिकों की सुख-समृद्धि हेतु कामना की।”
सीएम का अयोध्या में माह भर के अंदर यह चौथा दौरा रहा रहा है। आज सीएम योगी संतों के साथ सरयू अतिथि भवन में योगी बैठक करेंगे। इसमें महाकुंभ की तैयारी और रामलला के वार्षिकोत्सव को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा करेंगे।
पंचनारायण महायज्ञ के दौरान सीएम ने 20 मिनट संबोधित किया। सीएम योगी ने कहा, “याद करिए, उन दो तिथियों को… जब 5 अगस्त 2020 को PM मोदी के कर कमलों से 500 वर्षों के कालखंड के उस कलंक को समाप्त करने के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का शुभारंभ हुआ। 22 जनवरी 2024 को 500 वर्षों बाद अयोध्या धाम में रामलला विराजमान हुए। उस दिन सभी सनातनी की आंखों में श्रद्धा के आंसू आए। यही हमारी परंपरा है। इस पर हर भारतवासी गर्व करता है।”
सीएम योगी ने कहा, “भारत की पवित्र भूमि पर जन्म लेना एक दुर्लभ सौभाग्य है, और मनुष्य के रूप में जन्म लेना तो इससे भी अधिक अद्भुत है। यह अनमोल अवसर हम सभी को प्राप्त हुआ है। काशी में बाबा विश्वनाथ धाम और अयोध्या में रामलला का भव्य धाम इसका प्रमाण हैं। डबल इंजन सरकार ने संतों के मार्गदर्शन में हमारी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए विकास को भी प्राथमिकता दी है। विरासत और विकास के बीच एक आदर्श संतुलन होना चाहिए, और यज्ञ हमें यही प्रेरणा देते हैं।”
सीएम योगी ने कहा, “मैं बार-बार इस बात को कहता हूं कि विश्व में मानवता को बचना है तो उसका एक ही रास्ता है। सनातन धर्म ही वह आधार है जो मानवता की रक्षा कर सकता है। यह धर्म वह अकेला मार्ग है जिसने हर मत और मजहब के लोगों को विपत्ति के समय शरण और संरक्षण दिया है। लेकिन क्या दुनिया ने हिंदुओं के साथ वैसा ही व्यवहार किया? बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में हिंदुओं पर हुए अत्याचारों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। मैं उन लोगों से पूछना चाहता हूं… वो कौन लोग थे, जिन्होंने देश के अंदर सनातन धर्म से जुड़े प्रतीकों को नष्ट करने को काम किया। क्यों किया? उनकी नियति अपने बर्बर कृत्यों को अंजाम देकर पूरी धरती को नरक बनाने की साजिश का हिस्सा थी।”
सीएम योगी ने कहा, “कभी काशी विश्वनाथ मंदिर, कभी अयोध्या में रामजन्मभूमि तो कभी मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि को नष्ट किया गया। कभी संभल में कल्कि अवतार की हरिहर भूमि, कभी भोज में मां सरस्वती की पावन मंदिर को तोड़ा जाता है। ऐसा करने वालों का कुल और वंश ही नष्ट हुआ होगा। वो फले-फूले नहीं होंगे।”
सीएम योगी ने कहा, “जिन्होंने मंदिरों को तोड़ा, उनकी क्या स्थिति है मैं बताता हूं। मुझे किसी ने बताया है कि औरंगजेब का वर्तमान खानदान कोलकाता में रिक्शा चलाता है। ये उसकी दुर्गति है। मैं यही कहूंगा कि दुनिया के अंदर अगर शांति की स्थापना करनी है तो वह सनातन धर्म ही कर सकता है। सनातन धर्म ही भारत का राष्ट्रीय धर्म है। भारत तब तक भारत है, जब तक सनातन सुरक्षित है।”