अयोध्या: आज देशभर में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जा रहा है। यह पवित्र त्योहार सावन शुक्ल की पूर्णिमा को मनाया जाता है। जो लोग भद्रा काल के डर से 30 अगस्त को रक्षाबंधन नहीं मना सके, वो आज त्योहार मना सकते हैं।
इसी कड़ी में अयोध्या में गुरुवार को 5 हजार मंदिरों में रक्षा बंधन का पर्व मनाया गया। भगवान रामलला सहित चारों भाइयों को जगन्नाथ से राखी लाए मंदिर के मुख्य पुजारी ने राखी बांधी।
इसके साथ ही कनक भवन, हनुमानगढ़ी,मणिराम दास छावनी, श्रीरामवल्लभाकुंज, आचार्य पीठ लक्ष्मण किला, सियाराम किला, रंग महल, राज सदन, राम कचेहरी चारों धाम, जानकी महल ट्रस्ट, रामहर्षण कुंज, तिवारी मंदिर, अशर्फी भवन, कोसलेश सदन, रामलला सदन, दंतधावन कुंड, हनुमत निवास, हनुमत सदन, गहोई मंदिर, तुलसी दास की छावनी, लवकुश मंदिर, दंतधावन कुंड मंदिरों में संतों ने राखी बांधकर भगवान का आशीर्वाद लिया। वहीं, एक हजार मंदिर में झूले पर विराजमान भगवान वापस गर्भगृह में पहुंच गए।
मणिराम दास जी की छावनी में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास को उनके शिष्यों ने राखी बांध आशीर्वाद लिया। श्रीरामवल्लभाकुंज के प्रमुख स्वामी राजकुमार दास ने भगवान सीताराम को राखी बांध सभी रामभक्तों के कल्याण की कामना की।
हनुमानगढ़ी में अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत ज्ञानदास को उनके शिष्यों ने राखी बांधी। हनुमत निवास में आचार्य डॉ मिथिलेश नंदिनी शरण ने हनुमान जी को राखी बांध सबके कल्याण की कामना की। गहोई मंदिर में महंत रामलखन शरण ने हनुमान जी को राखी बांधी।