दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन अपने प्लेटफ़ॉर्म पर काली मां: ए कलेक्शन ऑफ शॉर्ट स्टोरीज (Kali Ma: A Collection of Short Stories) नाम से किताब बेच रहा है. किताब के कवर पर मां काली की तस्वीर लगी है, जिसमें करोड़ों हिंदुओं की आराध्य मां काली को फांसी पर लटकते हुए दिखाया गया है. जिस पर विश्व हिन्दू परिषद् ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. वीएचपी ने इसे हिन्दुओं की आस्था का अपमान बताया.
विश्व हिन्दू परिषद प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ राजकमल गुप्ता ने इसे हिन्दुओं की आस्था का अपमान बताया. उन्होंने कहा कि अमेजॉन अमेरिका की कंपनी है, जो हमारे देश भारत में 27 हजार करोड़ का व्यापार करती है. ये कंपनी 140 करोड़ करोड़ हिन्दुओं की आस्था पर कुठारघात करते हुए हमारे ही देश में अमेरिकी लेखक द्वारा लिखी गयी पुस्तक काली मां: ए कलेक्शन ऑफ शॉर्ट स्टोरीज नाम की पुस्तक को बेच रही है. जिस किताब के कवर पर मां काली की तस्वीर लगी है.
हिन्दुओं की आस्था का अपमान
इस किताब में करोड़ों हिंदुओं की आराध्य मां काली को फांसी पर लटकते हुए दिखाया गया है, जिसे बिलकुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हमारी भारत सरकार से मांग है कि इस कंपनी का लाइसेंस रद्द कर इसे भारत से बाहर किया जाए और इस पर मुकदमा दर्ज किया जाये. ये हमारी आस्था का अपमान कर रही है. ये अमेरिकी लेखक बार-बार इस तरह की हरकत कर रहा है. इससे पहले भी इसने 2019, 2022 और 2023 में भी हिन्दुओं की आस्था का अपमान किया था.
उन्होंने कहा कि ये लेखक बार बार हिन्दू समाज की आस्था पर चोट कर रहा है इसे ये अधिकार किसने दिया है? हम भारत सरकार से मांग कर रहे हैं कि वह हिन्दुओं की आस्था पर कुठाराघात करने वाले को गिरफ्तार करने के लिए अमेरिका की सरकार पर दबाव डाले और इस पुस्तक को भारत में बेचने वाली कंपनी अमेजॉन पर बैन लगाएं अन्यथा हम आन्दोलन करने को मजबूर होंगे हम इसे बिलकुल बर्दाश्त नहीं करेंगे.