कांग्रेस के लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी को गुरुवार को सस्पेंड कर दिया गया। जबतक विशेषाधिकार समिति उनके खिलाफ अपनी रिपोर्ट पेश नहीं कर देती है, तबतक अधीर रंजन सस्पेंड रहेंगे।
इस बीच अधीर रंजन चौधरी के सस्पेंड होने के बाद सीपीपी की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने आज कांग्रेस के लोकसभा सांसदों की सुबह 10.30 बजे बैठक बुलाई है। इस बैठक में अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा से सस्पेंड किए जाने के मुद्दे पर चर्चा होगी। यह बैठक संसद में सीपीपी ऑफिस के भीतर बुलाई गई है।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार की शाम को अधीर रंजन चौधरी को सस्पेंड करने के लिए प्रस्ताव पेश किया था, उन्होंने कहा था कि जब भी प्रधानमंत्री या मंत्री बहस के दौरान बोलते हैं तो वह सदन में बाधा खड़ी करते हैं। इस प्रस्ताव को ध्वनि मत से पास कर दिया गया।
लोकसभा से सस्पेंड होने के बाद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि नीरव का मतलब होता है शांत होना, मेरा मकसद प्रधानमंत्री का अपमान करना नहीं था। मैंने पीएम मोदी का अपमान नहीं किया है। मोदी जी हर मुद्दे पर बोलते हैं लेकिन मणिपुर पर नहीं बोलते हैं उसपर नीरव रहते हैं, जिसका मतलब होता है शांत रहना। नीरव का मतलब होता है शांत।
पीएम मोदी को कतई यह नहीं लगा था कि उनका अपमान हुआ है लेकिन उनके दरबारियों को बुरा लगा, इसलिए उन्होंने मेरे खिलाफ प्रस्ताव पेश किया। मुझे पता चला है कि इस मामले के विशेषाधिकार समिति को भेजा गया है और मुझे सस्पेंड कर दिया गया है।
अधीर रंजन ने कहा कि पीएम मोदी हर रोज जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी का अपमान करते हैं, यह रिकॉर्ड में है। हमे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि पीएम मोदी 100 बार भी प्रधानमंत्री बन जाएं।
मैं सजा का सामना करने के लिए तैयार हूं, लेकिन सबकुछ रिकॉर्ड पर है, इस देश के लोगों को जानना चाहिए कि पीएम का अपमान करने की कोशिश नहीं की गई है। पिछले तीन दिनों से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है, पीएम लोकसभा में आए लेकिन, उन्होंने सवालों के जवाब दिए।