मानसून सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी को निलंबित कर दिया था, जिसके बाद शनिवार को अपने निलंबन पर कांग्रेस नेता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर निशाना साधा।
संसद के मानसून सत्र के समापन पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा के साथ प्रेस ब्रीफिंग की। इस दौरान उन्होंने रहा कि अगर जरूरत पड़ी तो मैं सुप्रीम कोर्ट जा सकता हूं।
एक सवाल पर कांग्रेस नेता और वकील मनीष तिवारी के बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि वे अधीर रंजन के निलंबन पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। इस पर खुद कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो मैं सुप्रीम कोर्ट जा सकता हूं।
#WATCH | If needed, I can approach Supreme Court, says Congress leader Adhir Ranjan Chowdhury on his suspension from Lok Sabha. pic.twitter.com/pk8TWhQV7n
— ANI (@ANI) August 12, 2023
वहीं अविश्वास प्रस्ताव के लाने पर अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से कहा कि हमने संसद में मणिपुर पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग की थी। हम चाहते थे कि संसद चले। जब हमारी बात नहीं सुनी गई तब हमें यह सुनिश्चित करने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने का अंतिम उपाय करना पड़ा कि प्रधानमंत्री संसद में बोलें।
उन्होंने आगे कहा कि जब अविश्वास पर बहस लंबित थी तब वे (भाजपा) संसद में विधेयक पारित कर रहे थे। विपक्ष को कई विधेयकों पर अपनी राय रखने का मौका नहीं मिला।
इसी के साथ विपक्ष के नए गठबंधन पर पीएम मोदी को घेरते हुए अधीर रंजन ने पूछा, “मोदी जी इंडिया शब्द के विरोध में क्यों हैं?…इंडिया और भारत में कोई अंतर नहीं है।”
#WATCH | “Why is Modi ji opposed to the word INDIA?…There is no difference between India and Bharat…,” says Congress leader Adhir Ranjan Chowdhury. pic.twitter.com/2Lw0FNqFyL
— ANI (@ANI) August 12, 2023
Parliament News: क्या होता है ‘नीरव’ का अर्थ? जिसे बोलने पर लोकसभा से सस्पेंड किए गए अधीर रंजन
बता दें कि हाल ही में गुरुवार को समाप्त हुए संसद के मानसून सत्र के दौरान अधीर रंजन को गलत आचरण के चलते लोकसभा से निलंबित कर दिया गया था।