भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस आपस में लड़ रही है, बिहार में इंडी गठबंधन के मुख्य सूत्रधार पहले ही राष्ट्र की मुख्यधारा में (नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी) आ गए हैं और बंगाल में टीएमसी-कांग्रेस आमने-सामने है। बंगाल में तो कांग्रेस के कार्यकर्ता अपने ही राष्ट्रीय अध्यक्ष पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं। यहां तक कि ममता बनर्जी ने इनकी 1 जून की बैठक में आने से भी स्पष्ट मना कर दिया है।

उन्होंने सातवें चरण के चुनाव वाले राज्यों के मतदाताओं से सोच-समझकर वोट करने की भी अपील की है। उन्होंने कहा कि राहुल, इंडी और घमंडी सबका संकट एक ही है कि आएगा तो मोदी ही। राहुल गांधी से लेकर तेजस्वी यादव ने अपनी-अपनी विरासत का भी विध्वंस कर दिया। राजीव गांधी के समय कांग्रेस लोकसभा में 414 पर थी, जिसे राहुल गांधी 44 पर लेकर आ गए। तेजस्वी यादव ने भी लालू यादव की विरासत का विध्वंस कर दिया।

पंजाब सरकार के मंत्री बलकार सिंह के वीडियो पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि यह वही आम आदमी पार्टी है, जिसने दिल्ली में अपनी महिला राज्यसभा सांसद के साथ दुर्व्यवहार किया और फिर उसका चरित्र हनन करने में लगे हैं और अब पंजाब में उनके मंत्री का यह आपत्तिजनक वीडियो सामने आ गया है, जिससे उनका असली चेहरा और मुखौटा सामने आ गया है। यह आप का सहज और स्वाभाविक चरित्र है। पंजाब की सरकार अर्बन नक्सल माइंडसेट की सरकार है, राज्य में कानून व्यवस्था खराब हो गई है और वहां निवेश भी गिर गया है।

उन्होंने स्वाति मालीवाल प्रकरण पर कहा कि बड़ी विचित्र बात है कि इस मामले में आप ने ना तो पार्टी स्तर और ना ही सरकार के स्तर पर कोई जांच गठित की है। पंजाब की जनता इन्हें सही उत्तर देगी। केजरीवाल की याचिका के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह कोर्ट का मामला है, इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं रहेगा। कोर्ट जो भी उचित होगा, निर्णय लेगा। उन्होंने संजय सिंह और लालू यादव का हवाला देते हुए विपक्षी नेताओं पर कटाक्ष भी किया। विवेक विहार में हुए हादसे के लिए उन्होंने दिल्ली सरकार को जिम्मेदार बताया।

सुधांशु त्रिवेदी ने पश्चिम बंगाल में पीएम मोदी के रोड शो में ममता बनर्जी द्वारा बाधाएं उत्पन्न करने का आरोप लगाते हुए पूछा कि क्या ममता सरकार का यह रवैया लोकतंत्र के लिए खतरा नहीं है ? उन्होंने कहा कि यह पीएम मोदी के प्रति इनकी दुर्भावना ही नहीं बल्कि कुंठा और ईर्ष्या का प्रतीक है क्योंकि जनता प्रधानमंत्री के साथ है।

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