Unacademy द्वारा बर्खास्त किए गए शिक्षक करण सांगवान ने दावा किया है कि उन्हें “राजनीतिक दबाव” के कारण ऑनलाइन ट्यूशन प्लेटफार्म द्वारा हटाया गया हो।
सोशल मीडिया पर अपनी टिप्पणी का एक वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद विवादों में आए करण सांगवान ने यह भी कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं। करण सांगवान ने ऑनलाइन क्लास के दौरान छात्रों से शिक्षित नेताओं को वोट करने के लिए कहा था।
इंडिया टुडे के मुताबिक करण सांगवान ने कहा कि उन्होंने Unacademy के टॉप मैनेजमेंट से बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कहा कि हम कुछ नहीं कर सकते।
करण ने कहा, “मैं 2021 से Unacademy के साथ हूं। मेरी प्रोफाइल अब वहां हटा दी गई है। ऐसे हो सकता है कि उन्होंने मुझे राजनीतिक दबाव की वजब से हटाया हो। उनपर राजनीतिक दबाव हो सकता है।”
Unacademy के साथ अपने कॉन्ट्रैक्ट के खत्म करने के बारे में पूछे जाने पर करण सांगवान ने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफार्म ने अपने एग्रीमेंट लिखा था कि कोई राजनीतिक बयान नहीं हो सकता है, लेकिन “राजनीतिक बयान” क्या है इसकी कोई परिभाषा नहीं है।
करण सांगवान ने कहा, ”मैंने किसी नेता का नाम या पार्टी का जिक्र नहीं किया है।” करण सांगवान ने कहा, “एक ईमेल में, उन्होंने मुझे एक ट्वीट भेजा और कहा कि मैंने नियमों का उल्लंघन किया है। मेरे साथ उन्होंने इस पर कोई चर्चा नहीं की। मुझे अपना पक्ष रखने का भी मौका नहीं दिया गया है।”
करण सांगवान ने कहा कि वो अपने बयान पर कायम हैं। सांगवान ने कहा, “मैंने सही बात कही। मैंने जो कहा, मैं उस पर कायम हूं। शिक्षा किसी के भी जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।”
उन्होंने कहा, “मुझे ट्रोल किया गया। मुझे विवाद में डाल दिया गया।” सांगवान ने इन आरोपों से भी इनकार किया कि वह किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा, “मेरा किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है।’
उन्होंने कहा, “मेरा एक यूट्यूब चैनल है। मैं बच्चों को मुफ्त पढ़ाऊंगा। मैं केवल पढ़ाने का काम ही करूंगा।'”
करण सांगवान ने कहा कि जब उन्हें Unacademy से टर्मिनेशन लेटर मिला तो वह रो पड़े। उन्होंने कहा, “मेरे कुछ छात्र भी रोए। कोई भी छात्रों के भविष्य के बारे में नहीं सोच रहा है।” उन्होंने कहा, “मुझे अभिव्यक्ति की आजादी है। एक शिक्षक के तौर पर मैं छात्रों को सही रास्ते पर मार्गदर्शन करूंगा।”
वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में करण सांगवान देश में आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार के लिए सरकार द्वारा लाए गए हालिया बिलों पर चर्चा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। सांगवान वीडियो में अपने छात्रों से कहते हैं, ”मत भूलिए, जब आप अगली बार वोट करें, तो किसी ऐसे व्यक्ति को वोट दें, जो पढ़ा-लिखा हो, ताकि आपको दोबारा इससे न गुजरना पड़े। ऐसे व्यक्ति को चुनें जो शिक्षित हो और चीजों को समझता हो। किसी ऐसे व्यक्ति को न चुनें जो केवल नाम बदलना जानता हो। ठीक से फैसला लें।”