हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज मामले में अधिवक्ताओं का आक्रोश जारी है। अधिवक्ता अभी हड़ताल पर ही हैं। अधिवक्ताओं की हड़ताल अब यूपी में 15 सितंबर तक बढ़ा दी गई है। यूपी में अधिवक्ताओं ने 15 सितंबर तक न्यायिक कार्य नहीं करने की घोषणा की है। मेरठ में आज पंडित नानक चंद सभागार में एकत्रित होकर अधिवक्ता धरना प्रदर्शन करेंगे। रविवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 15 जिलों के अधिवक्ताओं ने मेरठ बार एसोसिएशन में की बैठक यूपी बार काउंसिल के अध्यक्ष मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय संघर्ष समिति और हापुड़ बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं के रुख के चलते आंदोलन और सख्त रूप लेगा। बार काउंसिल अध्यक्ष ने आगामी रणनीति के लिए आज इलाहाबाद में तत्काल बैठक बुलाई है। इससे मामला और अधिक गरम होता जा रहा है।
यूपी में अधिवक्ताओं की हड़ताल से कामकाज प्रभावित हो रहा है। अदालतों में तारीखों पर कोई सुनवाई नहीं होने से मुकदमे लटके हुए हैं। वादी कचहरी के चक्कर काटकर परेशान हैं। मेरठ कचहरी में दूर—दराज से आने वाले वादकारी परेशान होकर वापस लौट रहे हैं।
जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष अनिल जिंदल और महासचिव जितेंद्र कुमार ने कहा कि मेरठ में केंद्रीय संघर्ष समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के चलते अधिवक्ता 15 सितंबर तक हड़ताल पर रहेंगे। हापुड़ में अधिवक्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में पूर्ण हड़ताल का निर्णय लिया है।
संघर्ष समिति के निर्णय के अनुपालन में अधिवक्ता न्यायिक कार्यों से विरत रहेंगे। अधिवक्ताओं की हड़ताल के चलते यूपी की कचहरी में प्रतिदिन लाखों का नुकसान हो रहा है। रजिस्ट्री कार्यालयों में रजिस्ट्री रूकी हुई हैं। वहीं आज मेरठ में वकीलों की बैठक को देखते हुए कचहरी में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी गई है। कचहरी के प्रत्येक गेट पर पुलिस बल तैनात किया गया है।