रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को लोकसभा में विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहा कि हम रील बनाने वाले नहीं, मेहनत से काम करने वाले लोग है। कांग्रेस की झूठ की दुकान नहीं चलेगी। कभी फौज को तो कभी रेलवे को नीचा दिखाते हैं, जबकि रेलवे में वो ताकत है कि देश की कोई भी समस्या और बड़ी से बड़ी चुनौती से पार पा सकती है। रेल मंत्रालय की मांगों पर चर्चा पर वैष्णव के जवाब के दौरान टीका-टिप्पणी पर सदन में कई बार हंगामा हुआ।
वैष्णव ने कहा कि वर्ष 2016 में नियमों में संशोधन करके लोको पायलटों के लिए सुविधाएं बढ़ाई गईं। देश में सभी 558 रनिंग रूम को वातानुकूलित बनाया गया। लोकोमोटिव इंजन की कैब में एर्गोनोमिक सीटों और एयर कंडीशनिंग को शामिल करने के लिए 7000 से अधिक लोको कैब का उन्नयन किया गया है। उन्होंने कहा कि जो लोग लोकोपायलट के साथ रील बना रहे थे, उनके समय में एक भी रनिंग रूम वातानुकूलित नहीं था।
इस पर आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल ने वैष्णव पर टिप्पणी कर दी। इसके चलते मुस्कान भरे चेहरे के लिए पहचाने जाने वाले वैष्णव का धैर्य टूट गया। नाराज अश्विनी वैष्णव ने सांसद को चुप बैठने के लिए कह दिया। इस पर इंडिया गठबंधन के दलों के सांसद वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। वैष्णव ने भी आक्रामक अंदाज में विपक्ष को जोरदार जवाब देते हुए सदस्यों का आह्वान किया कि रेलवे के 12 लाख कर्मचारियों की हिम्मत बढ़ाने की जरूरत है।
वैष्णव ने कहा कि रेलवे में एक भी दुर्घटना बहुत दुखद है लेकिन रिकॉर्ड के लिए बता रहे हैं कि यूपीए के कार्यकाल में साल में औसतन 171 दुर्घटनाएं होतीं थीं। अब यह आंकड़ा 68 प्रतिशत कम हो गया है। जो लोग 58 साल के राज में एक एटीसी (टक्कररोधी उपकरण) नहीं लगा पाए, वो सवाल उठा रहे हैं।
ये भी बोले वैष्णव…
400-450 रुपए में होगा 1000 किमी का सफर
10 हजार नॉन-एसी कोच बनेंगे, अगले कुछ माह में 2500 कोच मिलने वाले हैं।
50 अमृत भारत ट्रेनें बनाएंगे, इनमें 400-450 रुपए किराये में एक हजार किलोमीटर का सफर
वंदे मेट्रो ट्रेन तैयार, 100 से 150 किलोमीटर की दूरी वाले दो मेट्रो स्टेशनों के बीच जल्द चलेगी।
यूपीए काल में केवल 2,300 एलएचबी कोचों का उत्पादन, एनडीए काल में बने 37000 कोच।
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दुर्घटनारोधी ‘कवच’ प्रणाली का जल्द ही सभी ट्रेनों में उपयोग शुरू होगा।
यूपीए के समय 4.11 लाख, एनडीए के समय 5.02 लाख भर्तियां, ढाई करोड़ परीक्षार्थी, कोई शिकायत नहीं।
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