जिले में हनी ट्रैप गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुरुषों को जाल में फंसाकर रुपये ऐंठने वाले गिरोह ने बरहज के लगभग 42 लोगों को अपना शिकार बनाया। इस हनी ट्रैप गिरोह का पर्दाफाश पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष वीरेन्द्र गुप्ता के मुकदमा दर्ज कराने पर हुआ। समाज के हर वर्ग ग्राम प्रधान, व्यापारी व कर्मचारियों को ब्लैकमेल करके यह लोग करीब एक करोड़ रुपये वसूल चुके हैं। गिरोह में पिता-पुत्र के अलावा महिला और उसका पति बताया जाने वाला व्यक्ति शामिल हैं।
पिता-पुत्र शिकार का मोबाइल नंबर उपलब्ध कराते थे। महिला मदद मांगने के बहाने नजदीकी बढ़ाकर शिकार को जाल में फंसाती थी। अश्लील या आपत्तिजनक वीडियो बन जाने के बाद ब्लैकमेल कर रुपये ऐंठने की जिम्मेदारी तथाकथित पति की थी। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मामला सामने आने के बाद महिला ने खुद को पीड़ित बताते हुए आरोपित पिता-पुत्र व तथाकथित पति के खिलाफ तहरीर दी है।
बरहज नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की थी कि एक महिला ने मदद मांगने के बहाने धोखे से उन्हें घर बुलाया और अश्लील हरकत करने लगी। मेरे जाने के बाद बरहज के तिवारीपुर के रहने वाले सुभाष चौहान ने फोन कर महिला के साथ वीडियो की जानकारी दी। उसने वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए 15 लाख रुपये की डिमांड की। 7.54 लाख रुपये देने पर वह लोग माने। इसके बाद भी आरोपित रुपयों की मांग करते रहे। इस बीच दो अगस्त को महिला दोबारा उनसे मिली और बताया कि उसके पति व कुछ अन्य लोगों ने मिलकर ठगी की है। इस मामले में सुभाष चौहान, उसके बेटे रवि चौहान व महिला के पति बैजनाथ के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू हुई तो गिरोह का पर्दाफाश हुआ।
बरहज और आसपास के क्षेत्र में यह गिरोह सात महीने से सक्रिय था। इन लोगों ने हर वर्ग को अपना निशाना बनाया। पूछताछ में पता चला कि बरहज नगर पालिका के तिवारीपुर मोहल्ले का रहने वाला सुभाष और उसका बेटा रवि ऐसे लोगों को तलाशते थे, जिन्हें जाल में आसानी से फंसाया जा सके। इसके बाद उनका मोबाइल नंबर महिला को दिया जाता था। महिला मोबाइल पर मिस काल या काल करके उससे अपनी परेशानी बताती थी। नजदीकी बढ़ने पर महिला उस व्यक्ति को ऐसी जगह बुलाती थी जहां आसानी से वीडियो तैयार किया जा सके।