महाराष्ट्र के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने यहां शिवाजी नगर पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक को स्कूल के एक न्यासी से कथित तौर पर एक लाख रुपये की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि यह रिश्वत एक विवाद में कानूनी कार्रवाई शुरू करने के एवज में ली गई थी। शिकायत के मुताबिक स्कूल न्यास के एक प्रतिद्वंद्वी समूह ने स्कूल के मुख्य द्वार का ताला तोड़ दिया और अगस्त 2024 में इसे अवैध रूप से अपने कब्जे में लेने की कोशिश की, इस मामले में कार्रवाई करने के लिए पुलिस निरीक्षक बापूराव मधुकर देशमुख ने शिकायतकर्ता शिवाजी नगर क्षेत्र में एक स्कूल के संयुक्त न्यासी से कथित तौर पर पांच लाख रुपये की मांग की।
न्यासी ने देशमुख से अनुरोध किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि जब तक ‘चैरिटी कमिश्नर’ विवाद पर आदेश पारित नहीं कर देते, तब तक दूसरे समूह को स्कूल में प्रवेश करने से रोका जाए।
अधिकारी के मुताबिक देशमुख ने मदद करने पर सहमति जताई और आश्वासन दिया कि यदि न्यासी उन्हें पांच लाख रुपये दे तो वह उनके खिलाफ अतिक्रमण का मामला दर्ज करा देगा। उन्होंने शिकायत के हवाले से बताया कि बाद में तीन लाख रुपये पर सहमति बनी। इस बीच, न्यासी ने एसीबी से संपर्क किया।
अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर एसीबी ने जाल बिछाकर देशमुख को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि देशमुख को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें दो दिन के लिए एसीबी की हिरासत में भेज दिया गया।