उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर फिर लीक होने की अफवाह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फैलाने के आरोप में समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री यासर शाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा 60,000 से अधिक रिक्तियों के लिए 23, 24, 25, 30, 31 अगस्त, 2024 को परीक्षा आयोजित की जा रही है। यह परीक्षा प्रदेश भर के 67 परीक्षा केंद्रों पर होगी। यह परीक्षा उक्त तिथियों पर प्रतिदिन 2 शिफ्ट में आयोजित की जाएगी और प्रत्येक शिफ्ट में करीब 5 लाख अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे।
इंस्पेक्टर सतेंद्र कुमार की शिकायत पर हुसैनगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही पुलिस भर्ती परीक्षा से पहले कई लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिसमें बांसगांव, गोरखपुर की एक महिला कांस्टेबल और तीन अन्य शामिल हैं। साथ ही हिरासत में लिए गए लोगों के मोबाइल फोन में पांच अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले हैं। हिरासत में लिए गए लोगों में दिल्ली का एक व्यक्ति भी शामिल है। पुलिस के अनुसार, अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूलने की योजना बनाई गई थी, इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। श्रावस्ती में तैनात महिला कांस्टेबल को एसटीएफ और बांसगांव पुलिस ने उसके घर से हिरासत में ले लिया।
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों के बाद फरवरी में आयोजित पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा रद्द कर दी थी और छह महीने के भीतर फिर से परीक्षा कराने का आदेश दिया था। राज्य सरकार ने आरोपों की जांच स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) से कराने की भी घोषणा की थी। 17 और 18 फरवरी को राज्य भर में आयोजित परीक्षा में 48 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे।