लखनऊ. सुभासपा विधायक बेदीराम और निषाद पार्टी विधायक विपुल दुबे की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. गैंगस्टर एक्ट के मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट ने आरोप तय कर दिए. बेदीराम और विपुल दुबे की डिस्चार्ज अर्जी कोर्ट ने खारिज कर दी. मामले में जल्द ही गवाही शुरू होगी. पूरा मामला रेलवे की ग्रुप डी परीक्षा में सेंधमारी से जुड़ा है. 2006 में पेपर लीक कराया गया था. मामले में एसटीएफ ने 2006 में सभी की गिरफ्तारी की थी. पेपर लीक के बाद एसटीएफ ने कृष्णा नगर कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया था. आज सभी आरोपी कोर्ट में पेश हुए थे.
बेदी राम मूल रूप से आजमगढ़ के रहने वाले हैं और गाजीपुर की जखनियां सीट से विधायक हैं. सुभासपा विधायक बेदी राम के खिलाफ उत्तर प्रदेश, एमपी और राजस्थान में 8 केस दर्ज हैं. पेपर लीक मामले में बेदीराम तिहाड़ जेल की हवा खा चुके हैं. बेदीराम रेलवे में टीटीई के पद पर तैनात थे. रेलवे भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कराने में नाम सामने आने के बाद रेलवे ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था.
यूपी के कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर के खास विधायक बेदी राम का बीते माह 26 जून 2024 को एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें वह एक युवक से पेपर और लेन-देन की बात करते दिख रहे थे. युवक ने दावा किया था कि उसने पेपर लीक के लिए पैसे दिए थे, लेकिन अब विधायक बेदीराम पैसे नहीं लौटा रहे. हालांकि विधायक ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया था.