कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि 2019 के पुलवामा हमले की जांच का नतीजा क्या निकला और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को जाने के लिए विमान की सुविधा क्यों मुहैया नहीं कराई गई थी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार ‘न्यूनतम शासन, अधितम चुप्पी’ पर अमल कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा किए गए खुलासों पर टिप्पणी करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह विपक्ष की ओर से उठाए गए सवालों का जवाब दे। कांग्रेस राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विषय पर सवाल पूछती रहेगी।” कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा और प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी मलिक की टिप्पणी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। खेड़ा ने कहा, ‘‘एक फिल्म आई थी, जिसने 300 करोड़ कमाए थे, उसका नाम ‘कश्मीर फाइल्स’ था। मलिक जी ने जिस 300 करोड़ रुपये के घोटाले की बात की है, वो ‘कश्मीर फाइल्स- पार्ट-2’ है।
भाजपा के नेता उस फिल्म पर तो बड़ा बोल रहे थे, इस फिल्म पर कौन मुंह खोलेगा?” सुप्रिया ने सवाल किया, ‘‘सरकार ने सीआरपीएफ के जवानों को विमान क्यों नहीं दिए? खुफिया जानकारी और जैश-ए-मोहम्मद की धमकी को अनदेखा क्यों किया? आतंकियों को भारी मात्रा में आरडीएक्स कैसे मिला? पुलवामा हमले की जांच कहां तक पहुंची?” पुलवामा में हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौत हो गई थी।