उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सिकंदरपुर थाने पर तैनात एक सिपाही को कथित तौर छुट्टी ना मिलने के कारण इलाज के अभाव में उसकी बीमार पत्नी की मौत हो गई। घटना के बाद सिपाही द्वारा लिखित थाना प्रभारी सिकंदरपुर के विरुद्ध पत्र सोशल मीडिया पर एक पत्र पुलिस अध्यक्षीक के नाम पत्र लिख कर सोशल मीडिया पर शेयर की है, जो वायरल हो रहा है। इसे बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। मामला जब सोशल मीडिया वायरल हुआ तो पुलिस अधीक्षक बलिया ने शुक्रवार को मामले की जांच की आदेश दिए हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार जिले के सिकंदरपुर थाने पर तैनात सिपाही प्रदीप सोनकर की पत्नी की मौत 30 जुलाई को हो गई। सिपाही द्वारा लिखित एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उसने सिकंदरपुर थाना प्रभारी पर पत्नी के इलाज के लिए छुट्टी मांगने पर डांटकर भगाने के आरोप लगाए हैं। पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने बताया कि पीड़ति सिपाही प्रतापगढ़ जनपद का रहने वाला है। पुलिस को सोशल मीडिया के माध्यम से उसका पत्र प्राप्त हुआ है। जिसके बाद पुलिस उप अधीक्षक सिकंदरपुर को मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच उपरांत रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
बलिया पुलिस की संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं। सोशल मीडिया परिवार पत्र के अनुसार प्रतापगढ़ जनपद निवासी प्रदीप सोनकर आरक्षी के रूप में सिकन्दरपुर थाने पर तैनात है तथा उसकी पत्नी की तबीयत कई दिनों से खराब चल रही थी। जिसको लेकर जब सिपाही ने गत 27 जूलाई को पत्नी के इलाज के लिए जब सिपाही ने सिकंदरपुर थाना प्रभारी दिनेश पाठक से छुट्टी मांगी तो थाना प्रभारी दिनेश पाठक ने उसे डांट कर भगा दिया और छुट्टी नहीं दी।
जिसके बाद वह सिपाही जब एच एम से डाक लेकर 29 जुलाई की रात्रि अपने घर को जा रहा था तभी उसके घर पहुंचने से पहले ही उसकी पत्नी की मौत हो गई। सिपाही ने पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में यह दावा है किया है कि अगर उसे अवकाश मिल गया होता तो आज उसकी पत्नी जीवित होती। पत्र के अनुसार सिपाही की पांच माह की बेटी है जिसके सिर से अब मां का साया उठ चुका है। सिपाही ने अपने पत्र में सिकन्दरपुर थाना प्रभारी दिनेश पाठक के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है।