सावन का चौथा सोमवार आज है। सोमवार सुबह से ही जलाभिषेक के लिए मंदिरों में श्रद्धालुओं की कतारें लगी हुई हैं।

इस बीच वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर का विशेष श्रृंगार किया गया है। सावन के चौथे सोमवार पर भोले बाबा को रुद्राक्ष की मालाओं से और काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया।

सावन के चौथे सोमवार की शुरुआत भी मंगला आरती से हुई। इसके बाद भगवान के दर्शनार्थ द्वार खोले गए। दर्शनार्थी उमड़ पड़े। सोमवार देर रात से ही श्रद्धालु पंक्तिबद्ध हो अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। इस बार भी आयोजन भव्य है। पुलिस प्रशासन ने व्यवस्था दुरुस्त रखी है।

पुलिस प्रशासन और काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं। पुलिस ने काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले रास्तों पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की है।

श्रद्धालु वसंता ने बताया कि वे बेंगलुरु से वाराणसी बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए पहुंची हैं। सावन के दौरान वे भगवान शिव की अराधना करती हैं।

कैमूर से वाराणसी आईं कूंती देवी ने बताया कि उन्होंने अच्छे से बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन किए। बाबा अपने सभी भक्तों की मनोकामना को सुनते हैं और उन्हें पूरा करते हैं।

यूपी के मुरादाबाद में भक्तों ने बाबा प्राचीन शिवगंगा मंदिर में पूजा-अर्चना की तो अयोध्या में भी भक्तों ने नागेश्वर नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की।

उधर, सावन माह के चौथे सोमवार के अवसर पर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भी भस्म आरती से शुरुआत हुई।

पुजारी आशीष ने बताया कि सावन के चौथे सोमवार पर भव्य तरीके से भस्म आरती की गई। दूध, दही घी से बाबा महाकाल को स्नान कराया गया और इसके बाद भगवान की पूजा की गई। हजारों भक्त लगातार बाबा महाकाल के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।

सावन माह के चौथे सोमवार के अवसर पर दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर में भक्तों ने पूजा-अर्चना की।

वहीं झारखंड में सावन माह के चौथे सोमवार के अवसर पर बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी।

 

सावन के चौथे सोमवार के अवसर पर गुजरात में प्रथम ज्योतिर्लिंग श्री सोमनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालु एकत्रित हुए।

बता दें कि सावन के सभी सोमवार पर बाबा अपने भक्तों को अलग-अलग रूपों में दर्शन देते हैं। फिलहाल पुलिस ने महाकालेश्वर मंदिर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।

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