कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना सरकारी आवास खाली करना शुरू कर दिया है। उनके घर से शुक्रवार (14 अप्रैल) को सामान लेकर ट्रक को निकलते देखा गया। दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत ने ‘मोदी सरनेम’ टिप्पणी मामले में बीते 23 मार्च को 2 साल की सजा सुनाई थी। जिसके बाद राहुल की सांसदी चली गई थी।
राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म होने के बाद हाउस कमेटी ने 27 मार्च को नोटिस भेजा था। जिसमें राहुल को एक महीने के भीतर अपना घर खाली करने को कहा गया था। इस पर उन्होंने लोकसभा सेक्रेटरी को पत्र लिखकर कहा था कि, वो लोकसभा में पिछले चार बार से चुने हुए सदस्य रहे हैं। इस कारण यहां काफी अच्छा समय बिता। यहां से जुड़ी मेरे पास कई अच्छी यादें हैं। आपने जो भी कहा मैं उसका पालन करूंगा। गौरतलब है कि, राहुल गांधी दिल्ली के 12 तुगलक लेन स्थित बंगले में रह रहे थे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अदालत के फैसले को चुनौती देने के साथ-साथ मोदी सरकार पर लगातार हमलावर रुख अख्तियार रखा। केरल के वायनाड (यहीं से राहुल गांधी सांसद थे) में कांग्रेस नेता ने बुधवार को एक जनसभा को संबोधित किया। राहुल गांधी ने कहा था, मेरा घर 50 बार सीज करो। लेकिन, मैं जनता के मुद्दे उठाता रहूंगा। आप लोगों को जितना भी डराने की कोशिश करिए, फिर भी मैं उनके लिए लड़ता रहूंगा। हम किसी भी धमकी से नहीं डरते।’
राहुल ने वायनाड में भी कहा था, ‘वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से संसद में अडानी समूह मामले को लेकर सवाल करते रहे, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, देश में ऐसा पहली बार हुआ जब सरकार की ओर से ही संसद नहीं चलने दिया गया।’ ज्ञात हो कि, कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी पार्टियां अडानी ग्रुप को लेकर जेपीसी की मांग कर रही है। इस मसले पर संसद के बजट सत्र में जबरदस्त हंगामा हुआ।