सहारनपुर में NRI इंसाफ के लिए भटक रहा है। दो माह पहले चोरी हुए आभूषण को पुलिस अभी तक भी बरामद नहीं करा सकी है। एनआरआई का आरोप है, उसकी आभूषण चोरी करने वाला पुलिसकर्मी है। इस कारण पुलिस कार्रवाई करने से बच रही है। घटना मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर थाने की है। एनआरआई सहारनपुर का रहने वाला है।
सहारनपुर के रहने वाले रविंद्र कुमार कई साल पहले आयरलैंड में जाकर बस गए थे। वह हमेशा सहारनपुर आते-जाते रहते हैं। पीड़ित एनआरआई रविंद्र ने बताया, 13 अप्रैल को वह अपने भाई के साले आशुतोष कश्यप के साथ उसी की कार में राजस्थान बालाजी धाम गए थे। बालाजी धाम से लौटते समय रात के समय मुजफ्फरनगर के हल्दीराम मंसूर रेस्टोरेंट पर पहुंचे थे। आरोप है, एनआरआई ने अपनी तीन सोने की अंगूठी व तीन हीरे अंगूठी और एक सोने की चैन के अलावा एक सोने का ब्रेशलेट पहन रखा था। जिसे उतारकर बैग में रखकर कार की डिग्गी में रख दिया था।
एनआरआई रविंद्र ने बताया, 14 अप्रैल की रात को वह आरोपी आशुतोष कश्यप के साथ रेस्टोरेंट में चाय पीने जाने लगे। आरोप है, आशुतोष वॉशरूम जाने के बहाने कार के पास पहुंच गया और डिग्गी खोलकर सारे आभूषण चुरा लिए। बैग के कपड़े इधर-उधर डिग्गी में फैलाकर डिग्गी बंद करके कुछ देर कार में बैठकर रेस्टोरेंट के अंदर आया। आरोप है, कार के पास जब पहुंचे तो खुद ही आभूषण चोरी होने की बात बताई।
NRI रविंद्र का कहना है, एक माह तो घर और बिरादरी में बातचीत में निकल गया। दबाव बनाया गया, जिससे वह उसके आभूषण दे दे। लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। जिसके बाद घटना स्थल क्षेत्र के थाने में पहुंचकर मुकदमा दर्ज कराया। आरोपी का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। आरोप है, पुलिस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर बैठ गई है। आरोपी से न तो पूछताछ की जा रही है और न ही गिरफ्तारी हो रही है। आरोप है, आरोपी पुलिस कर्मी है। मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहा है।
डीआईजी अजय साहनी द्वारा सीयूजी और पर्सनल नंबर नहीं उठाया है। उनकी कोई भी प्रतिक्रिया होगी लिख दी जाएगी।