केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सदन में विपक्षी दलों द्वारा किए गए हंगामे की निंदा की है।
रिजिजू ने सदन में विपक्षी दलों द्वारा किए गए हंगामे की खंडन करते हुए कहा है कि सरकार हर मुद्दे पर नियमानुसार चर्चा के लिए हमेशा तैयार है लेकिन सदन की कार्यवाही को रोकने का कांग्रेस का रवैया सही नहीं है। उन्होंने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों से दोबारा ऐसा नहीं करने का आग्रह भी किया।
लोकसभा में विपक्षी दलों के जोरदार हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित होने के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार फिर से यह स्पष्ट कर देना चाहती है कि सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार है लेकिन यह नियम के अनुसार होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि लोकसभा स्पीकर ने भी यह कहा है कि विपक्ष के नेता जो भी मुद्दे उठाना चाहते हैं, अपने समय के अनुसार (राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान) अपनी बात रख सकते हैं। इस पर चर्चा के लिए सदन में तीन दिन का समय रखा गया है और विपक्ष इस दौरान विस्तार से हर मुद्दे पर अपनी बात रख सकता है। सरकार ने भी सदन में कहा है कि विपक्ष जो भी मुद्दे उठाएगा, सरकार विस्तृत रूप से सदन के अंदर उसका जवाब देगी।
आपको बता दें कि नीट पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य विपक्षी दलों के जोरदार हंगामे के कारण शुक्रवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो पाई। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला द्वारा बार-बार आग्रह करने और चेतावनी देने के बावजूद विपक्षी दलों का हंगामा और नारेबाजी जारी रही, जिसे देखते हुए सदन की कार्यवाही को दिन भर के लिए स्थगित करना पड़ा।
लोकसभा की अगली बैठक अब 1 जुलाई को सुबह 11 बजे होगी।