समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ में हुए चौथे भूमि पूजन समारोह को दिखावा करार दिया। यादव ने लखनऊ के मोती महल में वरिष्ठ समाजवादी नेता और विचारक आचार्य नरेंद्र देव की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि भूमि पूजन समारोह एक दिखावा है। भाजपा यह सब चुनाव को ध्यान में रखकर कर रही है। सरकार ने छह महीने पहले भूमि पूजन कार्यक्रम का आयोजन क्यों नहीं किया? अगर कोई उद्योगपति निवेश के लिए आना चाहता था, तो वह पहले भी आ सकते थे। लेकिन, अब चुनाव आ गया है। (भाजपा को) जनता के बीच दिखावा करना है। इसीलिए भूमि पूजन समारोह का आयोजन किया जा रहा है।
यादव ने यह भी कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि पहले की ‘इन्वेस्टर मीट’ और भूमि पूजन कार्यक्रम में कितना निवेश हुआ और कितने युवाओं को नौकरी और रोजगार मिला? इसका जवाब कौन देगा? भाजपा सरकार जनता को झूठे सपने दिखा रही है। उसके आंकड़ों में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि दावा किया जा रहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और पूछा कि इसमें भारतीय किसान कहां हैं? युवाओं के लिए नौकरी और रोजगार कहां है? विकसित भारत का रोडमैप कहां है? पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी दावा किया गया है कि देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। यादव ने कहा कि यह सपना कितना व्यावहारिक होगा? केंद्र में पांच हजार अरब डॉलर और उत्तर प्रदेश में एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के दावों का आधार क्या है? सरकार यह क्यों नहीं बताती कि एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए उत्तर प्रदेश की विकास दर कितनी होनी चाहिए?सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा की ‘डबल इंजन’ सरकार में उत्तर प्रदेश विकास के मामले में पिछड़ गया है। भाजपा सरकार में अब तक उत्तर प्रदेश में कोई भी बड़ा उद्योग या कोई कंपनी नहीं आई है। आज प्रदेश में जो भी विकास दिख रहा है, वह समाजवादी (पार्टी की) सरकार की देन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को लखनऊ में 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं के भूमि पूजन समारोह में अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश में “डबल इंजन” सरकार के सात वर्षों में निवेशकों के लिए “लालफीताशाही” की संस्कृति को “लाल कालीन” से बदल दिया गया है। मोदी ने ‘यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ के दौरान प्राप्त निवेश प्रस्तावों के चौथे भूमि पूजन समारोह में पूरे उत्तर प्रदेश में 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक की 14,000 परियोजनाएं भी शुरू कीं।