कानपुर से सपा विधायक इरफान सोलंकी की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। उनके खिलाफ एक के बाद एक कई केस दर्ज हो रहे हैं। उन्हें कानपुर से महाराजगंज जेल ट्रांसफर किया गया है। महाराजगंज जेल से ही बार-बार कानपुर पेशी पर लाया जा रहा। इससे परेशान इरफान सोलंकी का गुस्सा पुलिस वालों पर फूट पड़ा। वह जिस तरह से भड़के और पुलिस वालों को जिस तरह से सुनाया, उसका वीडियो वायरल हो रहा है।
इरफान सोलंकी को शुक्रवार को कानपुर की अदालत में पेशी के लिए लाया गया था। इस दौरान मीडिया ने बात इरफान सोलंकी से करने की कोशिश की तो पुलिस वालों ने धक्का दे दिया। धक्का लगते ही इरफान बुरी तरह झल्ला गए। चीखते हुए बोले कि धक्का क्यों मारते हो। मीडिया की तरफ देखते हुए कहा कि ये पुलिस वाले धक्का क्यों मारते रहते हैं।
कहा, हम विधायक हैं या अपराधी हैं। हमेशा देखो तो धक्का मार देते हैं। एक पुलिस वाले की तरफ इशारा करते हुए कहते हैं कि वो हैं कि गला पकड़ लेते हैं। ये पुलिस वाले मेरे साथ इतनी बदतमीजी करते हैं, इनके खिलाफ क्यों नहीं मीडिया वाले चलाते हैं।
कहा जब मीडिया से बात नहीं कर सकते तो मेरी पेशी के दौरान मीडिया वालों को बुलाते ही क्यों हैं। हम विधायक हैं या क्या हैं। जब देखो धक्का मारा करते हैं। इस बीच एक दरोगा के टोकने पर कहते हैं कि चल रहे हैं। हम आदमी हैं या जानवर हैं। बंदर हो गए हैं हम गधे हो गए हैं। इनको इस्तीफा चाहिए तो हम इस्तीफा देने को तैयार हैं। यह हमसे इस्तीफा ले लें, कल इस्तीफा लेना चाहें तो आज ले लें। लेकिन हमें परेशान तो न करें।
इरफान ने कहा कि मुझे अल्लाह पर विश्वास है। वह मेरे साथ इंसाफ करेगा। इस दौरान एक शेर भी सुना दिया। कहा जुल्मी कब तक जुल्म करेगा सत्ता के गलियारों से, जर्रा-जर्रा गूंज उठेगा इंकलाब के नारों से। इरफान का इस तरह से भड़कना और पुलिस वालों को खरी-खरी सुनाने का वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही वायरल हो गया। वीडियो को इरफान सोलंकी के आधिकारिक हैंडल से भी ट्वीट किया गया है।
गौरतलब है कि इरफान सोलंकी पर आगजनी के मामले में शुक्रवार को पेश किया गया था। इस दौरान सोलंकी पर आरोप लगाने वाली महिला ही गवाही के लिए नहीं पहुंची। भारी सुरक्षा घेरे में लाए गए विधायक व उनके भाई रिजवान सोलंकी समेत पांच आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने वाले लेखक के बयान दर्ज हुए। एफआईआर लेखक ने तहरीर की पुष्टि की। बताया जा रहा है कि बीमारी के चलते वादिनी बयान देने न आ सकी। अगली सुनवाई की तारीख 20 मार्च तय की गई।
जाजमऊ थाने में महिला के प्लॉट पर कब्जे की नीयत से आगजनी का आरोप सपा विधायक पर है। इसकी सुनवाई एमपी/ एमएलए विशेष कोर्ट में हुई। विधायक के साथ अन्य आरोपितों विधायक के भाई, शौकत अली, इसरार आटे वाला व मोहम्मद शरीफ को भी जिला जेल से लाकर पेश किया गया।
इस दौरान इरफान से मिलने पहुंचीं उनकी पत्नी नसीम सोलंकी कोर्ट परिसर में रो पड़ीं। वह बोलीं, पांच मिनट भी पति से मिलने नहीं देते हैं। योगी जी को हमारी परेशानी नहीं दिखती है। वह बोलीं कि झूठे आरोप में महिला की सुनवाई हो रही है। हमारी सुनी भी नहीं जा रही है। हम रो रहे हैं।