कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सनातन धर्म के खिलाफ बयानबाजी करने वालों पर जमकर प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि जो लोग सनातन धर्म का विरोध कर रहे हैं वो भारत के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि जो नेता सनातन के खिलाफ बोलते हैं, उन्होंने इंडिया गठबंधन से बाहर निकाल देना चाहिए।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने हरिद्वार में मीडिया से बातचीत में कहा कि सनातन धर्म के खिलाफ जो बोलता है, जो सनातन के खिलाफ है वो भारत के भी खिलाफ है, क्योंकि सनातन के बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती। सनातन के खिलाफ बोलने वाले रावण के वंशज है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि जो नेता सनातन के खिलाफ बोलते हैं, उन्होंने इंडिया गठबंधन से निकाल देना चाहिए।
आचार्य ने कहा, कि वे इंडिया गठबंधन के तमाम वरिष्ठ नेताओं से ये अपील करना चाहते हैं कि उन्हें सनातन के खिलाफ बोलने वाले राजनेता को राजनीतिक दलों को इंडिया गठबंधन से बाहर कर देने चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी समाजवादी पार्टी को ये फैसला लेना पड़ेगा कि वो सनातन के साथ हैं, रामायण के साथ हैं, रामचरित मानस के साथ भगवान राम के साथ हैं या फिर भगवान राम और रामचरित मानस को गाली देने वालों के साथ हैं।
स्वामी प्रमोद कृष्णन ने साधु समाज के संतों से भी मांग की है कि उन्हें सनातन के खिलाफ बोलने वाले नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाही की मांग करें, और ऐसे राजनीतिक दलों को बैन करने की मांग की है जो इन नेताओं को संरक्षण देते हैं। स्वामी प्रमोद कृष्णन का ये बयान ऐसे समय में आया है जब इंडिया गठबंधन के नेताओं में लोकसभा चुनावों को लेकर एकजुट होने की कोशिश में जुटे हैं।
इस विवाद की शुरूआत तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन के विवादित बयानों से हुई जब उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर बयान दिया है। उन्होंने सनातन धर्म को खत्म करना जैसे बयान देकर इस विवाद को जन्म दिया। जिसके बाद से भाजपा इस पर हमलावर है।