कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में ईद के मौके पर द्वारा सड़क पर नमाज पढ़ने के सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लगभग 2,000 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। दरअसल, बजरिया, बेगमपुरवा और जाजमऊ समेत कई इलाकों में ईद की नमाज सड़क पर अदा की गई थी। नमाजियों ने बिना अनुमति लिए ईदगाह (Eidgah) के बाहर सड़क पर नमाज पढ़ी। इस मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने तीन अलग अलग प्राथमिकी दर्ज की है।
बता दें कि, 22 अप्रैल को देशभर में ईद का त्योहार मनाया गया था। ईद-उल-फितर के पावन मौके पर मुस्लिम भाइयों ने नमाज अदा कर अल्लाह का शुक्र अदा किया। इस दिन कानपुर के बजरिया, बेगमपुरवा और जाजमऊ समेत कई जगहों में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे और नमाज पढ़ी थी। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर नमाज पढ़ते हुए दिखाई दिए थे, जिसके बाद किसी ने सड़क पर नमाज पढ़ रहे लोगों का वीडियो रिकॉर्ड कर लिय। जिसके बाद इस मामले में 2 हजार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। अब नमाज अदा करने वाले लोगों की पहचान वीडियो के आधार पर की जाएगी। जिसके बाद उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, पुलिस ने इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की है।
पुलिस के इस मामले में कार्रवाई करने से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड नाराज है। बोर्ड के एक सदस्य ने नाराजगी जताते हुए कहा कि, पुलिस द्वारा एक विशेष समुदाय के लोगों को ‘प्रताड़ित’ किया जा रहा है और पुलिस कार्रवाई से लगता है कि राष्ट्र केवल एक धर्म का है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग ईद की नमाज के लिए देर से आए और ईदगाह परिसर के अंदर जगह नहीं मिलने पर उन्होंने सड़क पर नमाज अदा की। वरिष्ठ उपनिरीक्षक (एसएसआई) ओमवीर सिंह की शिकायत पर ईदगाह प्रबंधन समिति के सदस्यों सहित 1000-1500 अज्ञात लोगों के खिलाफ बजरिया थाने में पहली प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस ने कहा कि, लोगों को सड़कों पर नमाज अदा करने से मना किया गया था, लेकिन इसके बाद भी सड़क पर नमाज अदा की गई यह धारा 144 का उल्लंघन है।