राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को बजट सत्र के पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहीं हैं।
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण तथा लोकसभा एवं राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण देने के प्रावधान वाला कानून पारित होने का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को घोषणा की कि सरकार परीक्षा में होने वाली गड़बड़ी को लेकर युवाओं की चिंताओं से अवगत है और इसे रोकने के लिए एक कानून बनाएगी।
राष्ट्रपति ने बजट सत्र के पहले दिन लोकसभा एवं राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने नए संसद भवन में पहला संबोधन देते हुए कहा कि यहां ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की महक है।
उन्होंने कहा कि दुनिया भर में गंभीर संकटों के बीच भारत सबसे तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था है और लगातार पिछली दो तिमाही में देश की विकास दर साढ़े प्रतिशत रही। उन्होंने कहा कि भारत को पहले पांच सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में शामिल किया जाता था जो अब दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।
राष्ट्रपति ने सरकार की प्राथमिकताओं का जिक्र करते हुए कहा कि ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ को सरकार ने लगातार जारी रखा है। उन्होंने महिला आरक्षण कानून पारित होने का उल्लेख करते हुए कहा ‘‘मैं नारी शक्ति वंदन अधिनियम को पारित करने के लिए सदस्यों का अभिवादन करती हूं, यह मेरी सरकार के महिला नीत विकास के संकल्प को मजबूत करता है।’’
उन्होंने कहा कि अयोध्या में ‘राम मंदिर के निर्माण की आकांक्षा सदियों से थी, आज यह सच हो चुकी है। ’’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मेरी सरकार परीक्षाओं में होने वाली गड़बड़ी को लेकर युवाओं की चिंताओं से अवगत है, इस दिशा में सख्ती लाने के लिए नया कानून बनाने का निर्णय लिया गया है।’’
इससे पहले लोकसभा एवं राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए राष्ट्रपति जब नए संसद भवन में पहुंचीं तो उनके आगे ‘सेंगोल’ को लेकर चला जा रहा था।
उनके पीछे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चल रहे थे।